अल्मोड़ा/देहरादून। अनीता रावत
पेयजल लाइन ध्वस्त होने से ब्लॉक के चार गांव में पेयजल संकट गहरा गया है। दो माह से ग्रामीण पाने के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में कई बोर्ड परीक्षार्थी पढ़ाई छोड़ कर पानी की तलाश में भटक रहे हैं। इससे ग्रामीणों को परेशानी तो हो ही रही है वहीं बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और बच्चे बिना पढ़ाई के पेपर देने को मजबूर है।
ग्रामीण अमित सिंह, सुनीता देवी, पंचम सिंह, कमलादेवी, गुणानंद, उमा देवी, बसंती देवी, राधा देवी, फकीरचंद आदि ने कहा कि पिछले दो माह पहले सड़क ठीक करते समय पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। लेकिन इसके बाद भी विभागीय कर्मचारियों ने पेयजल लाइन ठीक नहीं की। पेयजल आपूर्ति बाधित होने से बोर्ड परीक्षा में शामिल 10वीं और 12वीं के छात्र- छात्राओं को 3 से 4 किलोमीटर दूर शोध से पानी ढोना पड़ रहा है। परीक्षार्थियों को पूरे दिन पानी व्यवस्था में जुटे रहना पड़ता है। इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। यदि विभागीय अधिकारियों ने पानी की क्षतिग्रस्त लाइन को सही नहीं किया तो वह धरना प्रदर्शन को मजबूर होंगे। इधर विभागीय अधिकारियों ने कहा कि वह जल्द से जल्द ठेकेदार से पानी की लाइन को ठीक करने के लिए कहेंगे।