ऋषिकेश। ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 150 बेड का सात मंजिला मिनी आईसीयू अस्पताल तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत बना नया आईसीयू अस्पताल नए साल से शुरू हो जाएगा। इसके बाद एम्स में आईसीयू बेड की संख्या 350 हो जाएगी। इससे मरीजों को आईसीयू बेड के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
ऋषिकेश एम्स इमरजेंसी सेवाओं के बाद आईसीयू का विस्तार कर रहा है। मौजूदा समय प्रत्येक दिन 2500 से 3000 मरीज एम्स की ओपीडी में उपचार के लिए पहुंचते हैं। वहीं एक हजार से अधिक मरीज आईपीडी में भर्ती रहते हैं। अस्पताल में वर्तमान में कुल 960 बेड हैं। उत्तराखंड का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान होने के नाते यहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा उत्तराखंड से सटे यूपी और हिमाचल के क्षेत्रों से भी गंभीर मरीज यहां इलाज कराने पहुंचते हैं।
ऋषिकेश एम्स की निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि यह मिनी आईसीयू अस्पताल पूरी तरह से सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम वाला होगा। इसमें आईसीयू के अलावा इमरजेंसी बेड, डे केयर बेड, डायलिसिस, आइसोलेशन रूम, एचडीयू, एनआईसीयू, पीआईसीयू और ऑपरेशन थियेटरों की सुविधा भी उपलब्ध होगी। कई बार आईसीयू बेड उपलब्ध होने के चलते मरीजों को दूसरे अस्पतालों के लिए भेजना पड़ता है।