पटना। राजेन्द्र तिवारी
बिहार के कैमूर जिले के रामगढ़ में उपद्रवी भीड़ ने पुलिस थाने पर हमला कर दिया। लाठी-डंडे से लैस गांव के लोगों ने थाने में मौजूद पुलिस के जवानों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। भीड़ द्वारा उपद्रव किए जाने की सूचना पाकर पहुंचे मोहनिया के डीएसपी रघुनाथ सिंह को भी भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने डीएसपी को पीट दिया। उपद्रव में डीएसपी, सब इंस्पेक्टर समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिसकर्मियों ने भीड़ से बचने के लिए हवाई फायरिंग की। पुलिस की ओर से 20-25 राउंड गोली चलाई गई। लोग ट्रेन से कटी युवती की मौत के बाद भड़क हुए थे। युवती की मौत से भड़का गुस्सा प्राप्त जानकारी के अनुसार भीड़ का गुस्सा ट्रेन से कटी एक दलित युवती की मौत के बाद भड़का। युवती बुधवार को गांव में स्थित बैंक के सीएसपी में पैसे निकालने गई थी। उसे 4000 हजार रुपए निकालने थे। युवती ने फॉर्म भरा और कैशियर के पास पैसे लेने पहुंची। कैशियर ने लिंक फेल होने की बात कह पैसे देने में असमर्थता जताई। इसके बाद युवती लौट गई। कुछ समय बाद युवती को अकाउंट से चार हजार रुपए कटने की सूचना मिली। पैसे कटने से परेशान युवती थाने में गई और आवेदन दिया। बुधवार शाम करीब 6:30 मिनट पर युवती ट्रेन के सामने कूद गई। ट्रेन की चपेट में आने से उसका एक हाथ कट गया था। गंभीर हालत में उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। गुरुवार सुबह युवती की मौत हो गई। भीड़ ने छह गाड़ियों को जलाया युवती की मौत के एक दिन बाद शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे उसके परिजन और गांव के लोग रामगढ़ के दुर्गा चौक स्थित पुलिस थाने पहुंचे। सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए थे। वे इस बात से नाराज थे कि पुलिस ने युवती द्वारा पैसे की धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत पर सही कार्रवाई नहीं की। भीड़ ने सीएसपी संचालक पर युवती की हत्या करने का आरोप लगाया। उग्र भीड़ ने थाने के अंदर खड़ी पुलिस की दो जीप और थाने के बाहर मौजूद दो गाड़ियों और दो बाइक को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीण थाने में घुस गए और तोड़फोड़ की। लोगों ने कई डॉक्यूमेंट्स फाड़ दिए। भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़ की और बाजार बंद करा दिया।