देहरादून। अनीता रावत
विधानसभा चुनाव के लिए तय उम्मीदवारों के खिलाफ फूटे असंतोष के मद्देनजर कांग्रेस हाईकमान ने बीते रोज जारी 11 उम्मीदवारों की लिस्ट को होल्ड कर दिया। पूर्व सीएम हरीश रावत, काबीना मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधु अनुकृति गुंसाई समेत सभी 11 उम्मीदवारों को सिंबल देने पर रोक लगा दी गई। पांच सीटों पर दोबारा से नाम मांगे जा रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने इसकी पुष्टि। उन्होंने बताया कि गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में सिंबल लेकर भेजे गए प्रदेश पदाधिकारियों को शाम इसके निर्देश दे दिए गए। इन सीटों में कुछ पर नए सिरे से प्रत्याशी तय किए जाएंगे।
बीते रोज कांग्रेस ने 17 रोकी गई सीटों में 11 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी। इस लिस्ट के सामने आने के बाद से ही विरोध शुरू हो गया था। कई सीटों पर बगावत की नौबत बन गई है। विरोध बढ़ने पर हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व को तत्काल ही दूसरी लिस्ट पर एक्शन न लेने के निर्देश दे दिए गए हैं। गौरतलब है कि दूसरी लिस्ट में उन लोगों के टिकट भी कट दिए गए हैं, जिन्होंने वर्ष 2016 में कांग्रेस की सरकार को बचाने में जान लगा दी थी। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत का टिकट काटकर वहां पूर्व सीएम हरीश रावत को टिकट दिया गया है। जबकि पीडीएफ कोटे से सरकार के सहयोगी रहे हरीश चंद्र दुर्गापाल का टिकट भी काट दिया गया। हाईकमान के फैसले से आह रणजीत और दुर्गापाल निर्दलीय के रूप में ताल ठोकने का मन बना रहे हैं। हालांकि कांग्रेस की पहली लिस्ट पर कुछ विरेाध हुआ था, लेकिन दूसरी लिस्ट में जिन नेताओं को टिकट दिया गया था, उनमें काफी बेहद कमजोर बताए जा रहे हैं। लैंसडौन, ऋषिकेश, डोईवाला, लक्सर, कैंट, खानपुर समेत कुछ सीटों से उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्च खुल गए हैं। लैंसडौन के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज राजीव भवन में विरोध प्रदर्शन किया। जबकि डोईवाला, ऋषिकेश के स्थानीय नेताओं ने भी पूर्व सीएम हरीश रावत से काफी नाराजगी जाहिर की। रावत ने बामुश्किल नाराज नेताओं को शांत किया।दूसरी लिस्ट के 11 उम्मीदवारों में पांच के टिकट कटना तय माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार हाईकमान ने राज्य के नेताओं ने विवाद वाली सीटों पर दोबारा से नाम मांगे हैं। उम्मीद की जा रही है 27 तक कांग्रेस नई संशोधित लिस्ट जारी कर सकती है।