लखनऊ। प्रिया सिंह
यूपी के डॉक्टरों के पास 50 करोड़ से ज्यादा की काली कमाई का खुलासा आयकर विभाग के छापे में हुआ है। अकेले चरक अस्पताल के मालिक ने 25 करोड़ की काली कमाई सरेंडर किया है।
यूपी के सात शहरों में गुरुवार सुबह से शुक्रवार देर शाम तक पूर्व चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक सहित कई नामी डॉक्टरों और पैथालॉजिस्ट के यहां आयकर विभाग ने छापेमारी की। इस दौरान सात शहरों के नामी डॉक्टरों के आवास, पैथालॉजी सेंटरों, नर्सिंग होम समेत 27 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की हुई। इस दौरान डॉक्टरों ने 50 करोड़ रुपये से अधिक की काली कमाई कबूल करते हुए सरेंडर कर दिया। यही नहीं छापों के दौरान कई लॉकर और अन्य संपत्तियों का खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार डॉक्टरों ने दवा-फार्मेसी और मरीजों के इलाज के नाम पर जमकर कमाई की, लेकिन कागजों में हेराफेरी कर आय कम दिखाई और टैक्स चोरी की। उन्होंने कहा कि इन सभी डॉक्टरों के यहां से बरामद कैश-जेवर को सीज कर दिया गया है। लॉकरों को खोलकर पड़ताल की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि चरक अस्पताल के डॉ. रतन सिंह ने 25 करोड़ रुपये की काली कमाई को कबूल किया है। उन्होंने इस काली कमाई को सरेन्डर कर दिया। अरबों रुपये की संपत्ति की जानकारी मिली है। उनकी अन्य संपत्तियों और निवेश आदि के बारे में जांच की जा रही है। वहीं नोएडा के नियो हॉस्पिटल के न्यूरो फिजीशयन डॉ. राजीव मोतियानी के यहां खातों में हेराफेरी के सबूत मिले हैं। उनके आवास से 58 लाख रुपये कैश बरामद हुए। उधर आयकर विभाग की टीम ने गाजियाबाद के एक मेडिकल कॉलेज के संचालक और उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर लगातार दूसरे दिन भी छापेमारी की। छापेमारी के दौरान टीम ने करीब 30 लाख की नगदी, करीब चार से पांच किलो गहने, कई बैंकों के पासबुक, लॉकर और एनसीआर के कई जिलों में चल-अचल अघोषित संपत्तियों के कागजात और कीमती सामान मिला है।