वाराणसी। टीएलआई
रैली के मंच पर के बइठल बा, नइखी जानत जा। हमनी के बस विधायक जी के जान-तानी। हमनी के यहां पानी नइखे, सड़क नइखे, बिजली के दिक्कत बा। विधायक जी कहले, चल बनारस मुख्यमंत्री जी से बात करब। हमनी के 100 आदमी उनके साथ बस से आईल बानी जा। यह बात उस जनता ने कही जो एक उम्मीद के साथ भाजपा की रैली में भीड़ की हिस्सा बनी थी।
संपूर्णानंद संस्कृत विवि में सीएए के समर्थन में भाजपा की रैली थी, भीड़ भी इतनी थी कि रैली को सफल कह सकते हैं। पूर्वांचल के सभी जिलों से लोग आए थे, लेकिन कोई सीएए के लिये आया था तो कोई राम मंदिर के लिए। कोई धारा 370 पर खुश था तो कोई नेताओं के देखने से उत्साहित था। इनमे कुछ वो भी चेहरे थे जो इन मुद्दों के लिए नहीं अपनी समस्याओं को लेकर आये थे। इन लोगों को आश्वासन देकर लाये थे क्षेत्रीय संसद, विधयक और वहाँ के नेता।
इसी भीड़ में सोनभद्र के ओबरा से आये वो सैकड़ों ग्रामीणों भी शामिल थे जिनको सीएए और धारा 370 के बारे में बस इतनी जानकारी थी कि बाहर के लोग इससे से चले जायेंगे और सिर्फ हिंदुस्तानी ही यहाँ रहेंगे। यही नहीं राम मंदिर अब अयोध्या में बन रहा है यह भी जानते है। लेकिन वो यहाँ किसी मुद्दे को समर्थन देने नहीं बल्कि अपनी समस्या के समाधान के लिए आये थे।
जौनपुर से आये खेलावन यादव राम मंदिर के लिए आये थे। नेताओं की ओर से दिए बस में बैठकर ये जय श्रीराम का नारा लगाते हुए यहां पहुंचे थे। पूछने पर बताया योगी जी और मोदी जी अयोध्या में राम मंदिर बनवा रहे हैं।
ईरानी के भाषण खत्म होने के बाद ओबरा से आई एक महिला नेे बताया कि मैं मंत्री जी को नहीं जानती। यहाँ क्यों आई हो तो बताई हमारे गांव में पानी और सड़क की समस्या है इसलिए विधायक जी के कहने पर आए हैं।
ओबरा से ही उसी ग्रुप में आये चार पांच लोग भी इसी तरह मंच पर बैठे लोगों से अनजान थे। वो भी अपनी समस्या के समाधान के लिए आये थे।
ओबरा के ही आये एक युवक ने कहा कि कि विधयक जी के कहने पर यहाँ आये हैं। बिजली के लिए वो मुख्यमंत्री जी से बात करेंगे। मंच से क्या कहा गया वो ठीक से सुन भी नहीं सका। ओबरा से ही एक टोली में आये एक ओर ग्रामीण ने बताया कि विधयक जी के बस से आये हैं । उन्हीं लोगों ने खाना खिलाया। पैसे देने के नाम पर वह झेंप गया।