हल्द्वानी। अनीता रावत
हेलीसेवा से केदारनाथ जाने के दौरान केदारनाथ विधायक मनोज रावत और पवनहंस हेली कंपनी के प्रबंधक के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि विधायक ने उक्त कर्मचारी के साथ हाथापाई की। मामला पुलिस चौकी तक पहुंच गया है। दोनों पक्षों की ओर से फाटा पुलिस चौकी को लिखित तहरीर दे दी गई है। जबकि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक केदारनाथ धाम में मुख्यमंत्री के दौरे के चलते तीर्थपुरोहितों से वार्ता के दौरान केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी केदारनाथ जाना चाहते थे। जैसे ही वह फाटा स्थित पवनहंस के हेलीपैड पर पहुंचे तो यहां तैनात कर्मियों से कारण बताते हुए केदारनाथ जाने के लिए कहने लगे। काफी समय गुजर जाने के बाद जब उन्हें उचित रिस्पोंस नहीं दिया गया तो वह कर्मियों से बातचीत करने लगे। इस दौरान पवनहंस के प्रबंधक बीसी तिवारी और केदारनाथ विधायक मनोज रावत के बीच कहासुनी हो गई। बताया जा रहा है कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इधर, विधायक केदारनाथ जाने के बजाय वापस लौट गए। जबकि विरोध में सभी कंपनियों ने करीब दो घंटे हवाई सेवाएं बंद रखी। इस बीच एसडीएम ऊखीमठ और सीओ जीएस कोहली ने वार्ता के बाद दोबारा हेली सेवाएं शुरू करवाई। केदारनाथ विधायक मनोज रावत का कहना है कि हेली कंपनियां लोगों से बदसलूकी कर रही है। उन्हें केदारनाथ से वार्ता में शामिल होने के लिए फोन आया। जैसे ही वह हेलीपैड पहुंचे तो उनके साथ अभद्रता की गई। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा भी पुलिस को तहरीर दी गई है। इधर, पवनहंस के प्रबंधक बीसी तिवारी ने बताया कि यात्रियों का स्टाल होने के कारण वह विधायक से थोड़ा इंतजार के लिए कह रहे थे, किंतु वह एक न माने और मारपीट पर उतारू हो गए। उनके द्वारा फाटा पुलिस चौकी में लिखित रिपोर्ट दी गई है।