वाशिंगटन।
वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास के सामने गणतंत्र दिवस के मौके पर सिख अलगाववादियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने तिरंगा जलाने का भी प्रयास किया। वहीं इस दौरान भारी संख्या में भारतीय अमेरिकी भी जुटे और हर्षोल्लास से गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया।
सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के करीब 20 सदस्यों ने शनिवार को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर भारत विरोधी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और स्थानीय पाकिस्तानी मीडिया की उपस्थिति में भारतीय झंडा जलाने का प्रयास किया। एसएफजे के सदस्य शनिवार की दोपहर करीब 2.30 बजे दूतावास के सामने एकत्र हुये और भारतीय झंडा जलाने का प्रयास किया। उन्होंने हरे रंग का एक झंडा जलाया जिस पर एस लिखा हुआ था। एसएफजे 2020 में खालिस्तान बनाने के लिए एक अनौपचारिक जनमत संग्रह की मांग कर रहा है। वाशिंगटन में सिख अलगाववादियों की इस हरकत को नई दिल्ली ने फ्लॉप शो करार दिया। अधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर करीब 15-20 लोगों की मौजूदगी वाला सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रदर्शन एक विफल कार्यक्रम था। उनकी तुलना में झंडा लहराने वाले, उत्साही और देशभक्त भारतीयों की संख्या काफी अधिक थी। उन्होंने कहा कि एसएफजे ने प्रदर्शन करके खोखला दावा किया है कि उसके पास व्यापक समर्थन है। सूत्रों ने बताया कि एसएफजे पाकिस्तान द्वारा समर्थित एक संगठन है जो समस्या खड़ी करने के लिए इस्लामाबाद के नापाक डिजाइन को सामने ला रहा है। वास्तव में अधिकांश प्रदर्शनकारी पाकिस्तानी थे।
अधिकारियों ने बताया कि एसएफजे समर्थकों की तुलना में भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों की उपस्थिति अधिक थी। इन्होंने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए और तिरंगा लहराया। भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों और प्रदर्शनकारियों के बीच गतिरोध के मद्देनजर स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने भारतीय झंडा जलाने के किसी भी प्रयास को लेकर चेतावनी दी है।