नई दिल्ली। नीलू सिंह
दिल्ली से आगरा के बीच हाईवे को ट्रैफिक सिग्नल से मुक्त करने की तैयारी कर ली गई है। एक फ्लाईओवर और आठ व्हीकल अंडरपास बनाए जाएंगे। इसके लिए निर्माण कंपनियों को जल्द काम आवंटित किया जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 28 फरवरी को निर्माण के लिए तकनीकी टेंडर खोलने की प्रक्रिया शुरू करेगा। फरवरी में निर्माण कार्य आवंटित किया जा सकता है। विभाग को उम्मीद है कि एक वर्ष के अंदर निर्माण पूरा होने पर हाईवे ट्रैफिक लाइट मुक्त हो सकता है। दिल्ली-आगरा के बीच छह लेन हाईवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। फिलहाल हाईवे की करीब 240 किलोमीटर लंबे सर्विस रोड को बनाने का काम चल रहा है। विभाग ने सर्विस रोड से जुड़े निर्माण कार्यों को मार्च माह तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। सर्विस रोड को पूरा होने के बाद हाईवे की ग्रिल पर रंगरोगन, सफेद पट्टी बनाने आदि का काम चलता रहेगा। इसके अलावा फरीदाबाद-पलवल सीमा में पलवल में बन रहे फ्लाईओवर का काम ही लंबित रहेगा। प्रस्तावित फ्लाईओवर और व्हीकल अंडरपास के निर्माण कार्य के अलावा बदरपुर बॉर्डर टोल प्लाजा से बल्लभगढ़ तक हाईवे के बीचोबीच दो मीटर ऊंची लोहे की ग्रिल लगाने का कार्य भी इसी वर्ष होगा।
व्हीकल अंडरपास और फ्लाईओवर बनाने के साथ-साथ हाईवे पर बल्लभगढ़, कोसी कलां, वृंदावन, मथुरा और फराह इलाके में आठ रेलवे पुलों के चौड़ीकरण करने का भी प्रस्ताव है।
दिल्ली-आगरा के बीच फरीदाबाद में सीकरी गांव में प्याला मोड पर व्हीकल अंडरपास बनाया जाएगा। पलवल जिले की सीमा में दूधौला मोड़, पलवल बाईपास, अटोहा और होडल मोड़ पर व्हीकल अंडरपास बनाए जाएंगे। इसके अलावा होडल से आगरा के बीच मंडी क्रॉसिंग, पनवाड़ी और अकबरा, इंडियन ऑयल कॉरपोररेशन कट पर भी व्हीकल अंडरपास बनाए जाएंगे। वहीं आईएसबीटी आगरा के पास एक फ्लाईओवर बनाया जाएगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इसके निर्माण के बाद हाईवे पर वाहन फर्राटा भरेंगे। वहीं नहरों पर एक बड़ा पुल और दो छोटे पुल भी बनेंगे।