नई दिल्ली। टीएलआई
पाकिस्तान को हर बात पर धमकी और गीदड़भभकी देने वाला पाकिस्तान इन दिनों चिट्टियों से डर हुआ है। उसकी पहले से ही बदहाल अर्थव्यवस्था को चिट्टियों को दल चट करने में जुट गया है। हालत इतनी बदतर हो गई है कि पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया गया। यही नहीं इन चिट्टियों की समस्या से निबटने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में बैठक बुलानी पड़ी। यह फैसला उसी बैठक में लिया गया। इस बैठक में चार प्रांतों के मंत्रियों और अधिकारियों की मौजूदगी में इमरान खान ने राष्ट्रीय कार्य योजना को मंजूरी दी। बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि पंजाब प्रांत में बड़े पैमाने पर चिट्टियों का दल फसलों को नष्ट कर रहे हैं।
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार यह पहली बार है जब सिंध और पंजाब में हमले के बाद चिट्टियों से ने खैबर पख्तूनख्वा में प्रवेश किया है। दावा किया जा रहा है कि सरकार काफी हद तक कपास और अन्य फसल को बचाने में कामयाब रही है। 1993 में पाकिस्तान के सामने आई स्थिति से बदतर है। बताया जा रहा है कि चिट्टियों का दल फिलहाल चोलिस्तान के पास पाकिस्तान-भारत सीमा पर मौजूद है। उन्होंने यह भी बताया कि टिड्डे सिंध और बलोचिस्तान से चोलीस्तान और नारा आए हैं।
पाक मीडिया के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री इमरान खान ने इन चिट्टियों को खत्म करने के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन फैसला किया है। पीएम खान ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे फसल क्षति के आधार पर तत्काल उपाय करें। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मंत्री खुसरो बख्तियार ने इस संकट की स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में नेशनल असेंबली को सूचित किया। वहीं बैठक में दावा किया गया है कि चिट्टियों का दल गायब होने में देरी के पीछे जलवायु परिवर्तन भी एक कारण है। कुछ समय बाद ईरान चले जाते हैं लेकिन इस बार पाकिस्तान में कम तापमान की वजह से वे अब भी पाकिस्तान में हैं।