हल्द्वानी। अनीता रावत
ठंडी सड़क पर शनि मंदिर के समीप झील में गुरुवार को एक युवक का शव उतराता दिखाई दिया। मृतक की शिनाख्त चार दिन से लापता मनोरा गांव निवासी कुलदीप आगरी के रूप में हुई है। कुलदीप फुटबॉल का राज्य स्तरीय खिलाड़ी रहा था। परिजनों के अनुसार, वह बीमारी के कारण काफी समय से अवसाद में था।
ठंडी सड़क किनारे मॉर्निंग वॉक कर रहे लोगों ने गुरुवार सुबह नैनी झील में एक शव उतराता दिखाई देने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने झील से शव निकाला। शव की शिनाख्त आठ नवंबर से लापता कुलदीप आगरी (32) के रूप में हुई। एसएसआई हरीश सिंह ने बताया कि आठ नवंबर को सुबह पुलिस को झील किनारे ठंडी सड़क पर बेंच में एक बैग और सामान रखा मिला था। इसमें मिले आधार कार्ड के अनुसार यह बैग मनोरा गांव निवासी कुलदीप आगरी का पाया गया। लेकिन कुलदीप का तत्काल पता नहीं चल पाया था। मृतक के भाई और चाचा ने बताया कि कुलदीप को कुछ साल पहले खेल के दौरान सिर में चोट लगी थी, तभी से उसे दौरे पड़ने लगे थे। उसका बीते कुछ सालों से बरेली के एक अस्पताल से इलाज चल रहा था, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने से वह गहरे अवसाद में था। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।