नई दिल्ली। नीलू सिंह
नोएडा में सील कॉल सेंटर खुलवाने और केस से आरोपियों का नाम निकलवाने के नाम पर थाने में बैठकर रिश्वत ले रहे प्रभारी निरीक्षक और तीन पत्रकारों को एसएसपी ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। मंगलवार की रात करीब 14 घंटे चले ऑपेरशन ट्रैप में यह कार्रवाई थाना सेक्टर-20 में की गई। कार्रवाई करने वाली टीम ने रसायन लगे आठ लाख रुपये, पिस्टल और मर्सिडीज कार बरामद की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया, नासिरपुर कॉलोनी (गाजियाबाद) निवासी पुष्पेंद्र चौहान ने 27 जनवरी को मुझे बताया कि सेक्टर-20 थाना पुलिस ने नवंबर 2018 में उसके कॉल सेंटर पर छापा मारा था। पुष्पेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। इस मामले में आरोपियों के नाम निकालने और कॉल सेंटर दोबारा खुलवाने की बात कहते हुए थाना प्रभारी मनोज पंत और तीन पत्रकारों ने संपर्क किया। इन लोगों ने 8 लाख रुपये रिश्वत मांगी। एसएसपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पुष्पेंद्र के आरोप सही पाए गए। इंस्पेक्टर मनोज पंत ने पुष्पेंद्र चौहान को थाने में ही रिश्वत की रकम लेकर बुलाया था। इसके बाद हमने ऑपरेशन ट्रैप पर काम शुरू किया। इस बारे में 29 जनवरी को डीएम को जानकारी दी गई। उन्होंने कार्रवाई करने के लिए टीम गठित की। पुष्पेंद्र चौहान और चारों आरोपियों के बीच मंगलवार की रात थाने में लेनदेन की बात तय हुई। रात दो बजे पुष्पेंद्र ने रुपयों से भरा बैग एसएचओ को दिया। उसने बैग से रुपये बाहर निकाले तभी टीम ने छापेमारी कर उन्हें दबोच लिया। आरोपियों में थाना सेक्टर-20 प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार पंत, पत्रकार सुशील पंडित, रमन ठाकुर और उदित गोयल शामिल हैं। तीनों पत्रकार ग्रेटर नोएडा के निवासी हैं।
इन सबके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, आईपीसी की धारा 384 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। बुधवार की दोपहर चारों आरोपियों को मेरठ की विशेष अदालत (भ्रष्टाचार निवारण) में पेश किया गया। अदालत ने चारों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के पास से 8 लाख रुपये, एक मर्सडिज कार, एक पिस्तौल, दो कारतूस, छह मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। प्राथमिक तौर पर पिस्तौल को लाइसेंसी बताया जा रहा है। पिस्तौल के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पुष्पेंद्र चौहान के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे का जांच अधिकारी अतिरिक्त थाना प्रभारी जयवीर सिंह है। एसएसपी ने उसको निलंबित कर दिया गया है। इनके अलावा जितेंद्र नाम का आरोपी मौके से फरार हो गया।