हरिद्वार। विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हमें अपने समाज को अखंड बनाए रखने के लिए सदैव अपनी परंपराओं, जड़ों और संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए। हमारी संस्कृति और परंपराएं ही हमारी पहचान है। इन्हीं के माध्यम से हम समाज और राष्ट्र के सशक्तीकरण की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। तभी समाज और राष्ट्र का जागरण संभव है।
यह बात उन्होंने हरिद्वार स्थित देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के मृत्युंजय सभागार में आयोजित ज्योति कलश यात्रा कार्यशाला के दौरान कही। कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से एक हजार से अधिक गायत्री परिवार के सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हुए। देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि ईश्वरीय शक्ति के साथ मिलकर कार्य करना सबसे बड़ा सौभाग्य है, क्योंकि हम भगवान की दिव्य प्रेरणा से उनके कार्यों को आगे बढ़ाने में अपना श्रम, समय लगा रहे हैं। यूपी के परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि गायत्री परिवार का नारा हम बदलेंगे, युग बदलेगा अब चरितार्थ होते दिखाई दे रहा है।