हल्द्वानी। अनीता रावत
कॉर्बेट नेशनल पार्क में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एडवांस बुकिंग कराने वाले हजारों पर्यटकों का पैसा फंस गया है। पर्यटक पत्र और ई-मेल के जरिए पार्क प्रशासन से ऑनलाइन बुकिंग के दौरान जमा धनराशि को वापस करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, पार्क प्रशासन रुपये वापस करने को लेकर प्रदेश के वित्त विभाग को पत्र भेजने की बात कर रहा है। पर्यटकों का करीब एक करोड़ 25 लाख रुपया कॉर्बेट पार्क प्रशासन के पास फंसा है।
कोरोना की दूसरी लहर में कॉर्बेट पार्क तीन मई 2021 को बंद कर दिया गया था। इससे पहले ही कई पर्यटक ने कॉर्बेट पार्क की ऑनलाइन एडवांस बुकिंग कर चुके थे। पार्क प्रशासन के अनुसार कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद 29 जुलाई को कॉर्बेट पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। एडवांस में की गई बुकिंग पार्क प्रशासन पहले ही निरस्त कर चुका था। इस बार कई माह गुजरने के बाद भी कॉर्बेट प्रशासन निरस्त एडवांस बुकिंग का रिफंड नहीं कर सका। पर्यटन कारोबारी संजय छिम्वाल, हरिमान सिंह आदि का कहना है कि उनके पास पत्र और मेल से पर्यटक रिफंड की मांग कर रहे हैं। पहली लहर में भी कॉर्बेट कई माह तक बंद रहा। पार्क खुलते ही कॉर्बेट प्रशासन ने नियमानुसार पर्यटकों के रिफंड का करीब चार करोड़ रुपये वापस लौटा दिए। पर्यटकों के खातों में रिफंड डाला दिया गया। पर्यटन कारोबारियों के अनुसार पहली लहर में कॉर्बेट प्रशासन ने अपनी वेबसाइट में रिफंड की जानकारी दी थी। इसकी प्रक्रिया को भी अवगत कराया था। इस बार वेबसाइट पर कोई जानकारी नहीं है।