देहरादून। अनीता रावत
कोरोना का रफ्तार उत्तराखंड में थमता नजर आ रहा है। कारण नैनीताल, अल्मोडा और टिहरी जिला जल्द ही कोरोना मुक्त हो सकते हैं। इन तीन जिलों में एक्टिव मरीजों की संख्या छह से कम रह गई है। इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या भी छह से नीचे पहुंच गई है।
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान चार महीने में ही मरीजों की संख्या न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है। राज्य में अप्रैल 2021 से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी। अप्रैल और मई में इस वजह से जबरदस्त संक्रमण फैल गया था। लेकिन उसके बाद संक्रमण में तेजी से कमी आई और चार महीने में ही एक्टिव मरीजों की संख्या पांच सौ से नीचे पहुंच गई है। जबकि इससे पहले कोरोना की पहली लहर के दौरान 15 मार्च 2020 को राज्य में संक्रमण की शुरुआत हुई थी। संक्रमण की रफ्तार धीरे धीरे बढ़ी और साल भर बाद पहली मार्च को एक्टिव मरीजों की संख्या न्यूनतम स्तर पर पांच सौ से नीचे पहुंची थी। रविवार को जारी स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार राज्य के विभिन्न जिलों और अस्पतालों से कुल 46 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या महज 463 रह गई है। राज्य में सबसे कम पांच एक्टिव मरीज टिहरी जिले में हैं। जबकि नैनीताल और अल्मोड़ा में एक्टिव मरीजों की संख्या महज छह-छह रह गई है। राज्य में रविवार को कोरोना के महज 18 नए मरीज मिले जबकि किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। राज्य में अभी तक कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या तीन लाख 42 हजार 392 हो गई है। इसमें से तीन लाख 28 हजार 522 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। जबकि 7367 मरीजों की मौत हो चुकी है। रविवार को बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ जिले में एक भी नया मरीज नहीं मिला जबकि अन्य सभी जिलों में दस से कम नए मरीज मिले हैं। राज्य भर से 14 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए जबकि 17 हजार के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आई है।