नई दिल्ली। नीलू सिंह
दिल्ली पुलिस ने आरएसएस के बड़े नेताओं की हत्या की साजिश रचने वाले आईएसआई से जुड़े तीन शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है। इस साजिश का मास्टरमाइंड पाकिस्तान का अंडरवर्ल्ड डॉन रसूल खान उर्फ पट्टी है। वह वर्ष 2003 में गुजरात के पूर्व गृह मंत्री हरेन पांड्या की हत्या का मुख्य षड्यंत्रकारी था। इसके अलावा गुजरात और केरल में भी करीब आधा दर्जन वारदातों में उसका नाम सामने आया था। हालांकि, सीमापार से ऑपरेशन को अंजाम देने के कारण एजेंसियां उससे जुड़े सबूत एकत्र नहीं कर सकी हैं। रसूल ने थस्लीम के जरिए भारत में अपना नेटवर्क खड़ा किया था। उसके शूटर कुछ संघ पदाधिकारियों और दक्षिण भारत के बड़े नेताओं की हत्या करते, इससे पहले ही वे पकड़े गए।
आईएसआई के शार्प शूटरों द्वारा रची जा रही इस साजिश का खुलासा खुफिया इकाइयों को मिली सूचना के बाद हुआ। दरअसल, खुफिया इकाइयों को यह सूचना मिली थी कि रसूल अपने केरल के नेटवर्क से जुड़े एक संदिग्ध से बातचीत कर रहा है। इस पर खुफिया इकाइयां सक्रिय हुईं और उन्होंने इसकी जानकारी स्पेशल सेल को दी। इस सूचना के बाद से पिछले ढाई महीने से इस नेटवर्क पर स्पेशल सेल नजर रख रही थी। इस दौरान स्पेशल सेल को मोहम्मद सबैफी और शेख रियाजुद्दीन उर्फ राजा की लोकेशन दिल्ली के साकेत इलाके में मिली, जहां से इन्हें दबोच लिया गया। इसके बाद तीसरे आरोपी सीएम उर्फ थस्लीम को इनकी सूचना पर केरल से दबोचा गया। डीसीपी ने बताया कि आरोपी वली मोहम्मद की मुलाकात सीएम उर्फ थस्लीम से वर्ष 2016 में दुबई में हुई थी। सीएम उर्फ थस्लीम अब्दुल्ला नाम के एक अफगानी मूल के बदमाश के जरिए तीसरे गिरफ्तार आरोपी रियाजुद्दीन के संपर्क में आया। दरअसल, रियाजुद्दीन और अफगानी अब्दुल्ला की मुलाकात तिहाड़ जेल में हुई थी। अब्दुल्ला उस वक्त हत्या के एक मामले में जेल में बंद था। वहीं, रियाज उड़ीसा से काम की तलाश में दिल्ली आया था और यहां उसने कई अपराध किए। इसके बाद वह जेल भेजा गया था। थस्लीम पर आठ मामले दर्ज हैं।