हल्द्वानी। अनीता तिवारी
उत्तराखंड में अगले साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस ने खटीमा से परिवर्तन रैली के जरिये अभियान की शुरुआत कर दी। परिवर्तन रैली को किसानों की हुंकार बताते हुये पूर्व सीएम हरीश रावत ने पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के हाथ मजबूत करने की अपील की। रावत ने कहा कि अगले साल राज्य में सरकार बनाते ही कांग्रेस बेरोजगार, महिलाओं और कमजोर तबकों के उत्थान का काम करेगी। रैली में कांग्रेस के सभी दिग्गज एक मंच पर दिखे, जिसके जरिये पार्टी के भीतर एका का संदेश भी देने की कोशिश की गयी।
शुक्रवार को कांग्रेस की परिवर्तन रैली की शुरुआत पुरानी तहसील स्थित शहीद स्मारक पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धासुमन अर्पित करने से हुयी। यहां से कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता-पदाधिकारी मेलाघाट रोड स्थित रामलीला मैदान पहुंचे। मैदान खचाखच भरा देख पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत पार्टी नेताओं के चेहरे खिले नजर आये। यहां जनसभा को संबोधित करते हुये पूर्व सीएम हरीश रावत ने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला।
रावत ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के हितों को ध्यान में रखते हुये देश के अन्नदाता किसानों का अपमान कर रही है। आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पीडीएस व्यवस्था को खत्म करना चाहती है। रैली में पहुंची महिलाओं को संबोधित करते हुये रावत ने कहा कि महंगाई की मार सबसे अधिक घर के चूल्हे पर पड़ी है। गैस, दाल, पेट्रोल सब महंगा है। नौजवानों से कहा कि 2017 में युवा मोदी-मोदी कहते थे, लेकिन केंद्र सरकार ने आज एक करोड़ पद ही समाप्त कर दिये। उत्तराखंड में 22 हजार पद खाली हैं, लेकिन युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। रावत ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के तीन साल में 32 हजार युवाओं को नौकरी दी। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस की यह परिवर्तन रैली किसानों, बेरोजगारों, महिलाओं की हुंकार है, जिसका नतीजा भाजपा सरकार को भुगतना होगा।