जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि किसानों के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले न तो खुद किसानों के लिए कुछ करते हैं और न ही दूसरों को कुछ करने देते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी नदियों का पानी बहकर सीमा पार चला जाता था, लेकिन किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता था। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, समाधान के बजाय, राज्यों के बीच जल-विवाद को ही बढ़ावा देती रही। मोदी राजस्थान सरकार के कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर दादिया में आयोजित ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने ऊर्जा, सड़क व रेलवे से जुड़ी 46,300 करोड़ रुपये से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। राजस्थान के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के कार्यान्वयन में गत कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विलंब की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि ईआरसीपी को कांग्रेस ने कितना लटकाया, ये भी उसकी नीयत का प्रत्यक्ष प्रमाण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में नर्मदा नदी का पानी पहुंचाने के लिए बड़ा अभियान चलाया। मोदी ने आरोप लगाया कि उसे रोकने के लिए भी तब कांग्रेस और कुछ एनजीओ (गैर सरकारी संगठनों) ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाए। हालांकि, जैसे ही मध्य प्रदेश व राजस्थान में भाजपा की सरकार बनी तो पार्वती-कालीसिंध-चम्बल परियोजना एमपीकेसी लिंक परियोजना पर समझौता हो गया।इससे पूर्व, मोदी खुली छत वाले वाहन में सवार होकर सभा स्थल पर पहुंचे। उनके साथ वाहन में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ भी मौजूद थे। कार्यक्रम में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद थे। मोदी ने कहा कि बीते एक वर्ष में राजस्थान के विकास को नई गति और दिशा देने में मुख्यमंत्री भजनलाल और उनकी पूरी टीम ने बहुत परिश्रम किया है। आज भाजपा की डबल इंजन की सरकारें सुशासन का प्रतीक हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सुशासन की गारंटी है। मोदी ने कहा कि भाजपा की नीति विवाद की नहीं, संवाद की है। हम विरोध में नहीं, सहयोग में विश्वास करते हैं। हम व्यवधान में नहीं, समाधान पर यकीन करते है। हमारी सरकार ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को स्वीकृत भी किया और इसका विस्तार भी किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत के लिए नारी का सशक्त होना बहुत जरूरी है। नारी शक्ति को मजबूत करने के लिए हम अनेक नई योजनाएं बना रहे हैं।