लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
प्रतिज्ञा यात्रा को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कमर कस ली है। इस यात्रा के बहाने प्रियंका ग्रामीणों की नब्ज भी टटोल रही है। शनिवार को बाराबंकी पहुंचीं प्रियंका गांधी ने खेत में बैठकर महिलाओं के साथ बातचीत की। सरकारी योजनाओं से लेकर महंगाई तक पर चर्चा की। यही हीं प्रियंका ने ग्रामीण महिलाओं की बनाई पकौड़ी, बेसन की रोटी और सलाद भी खेत में खाया। इसके अलावा प्रियंका ने महिलाओं के साथ चौपाल भी लगाई।
प्रतिज्ञा यात्रा के लिए हरख जा रही प्रियंका गांधी की नजर नानमऊ गांव में खेत में धान काटती महिलाओं पर पड़ी तो उन्होंने काफिला रुकवा दिया। काफिला रुकते ही आसपास के खेतों से भी काफी संख्या में महिलाएं आ गईं। फिर क्या प्रियंका ने खेत में ही पुआल डालकर बैठ गईं तो गईं तो उन्हें चारों ओर से घेर कर महिलाएं बैठ गईं। फिर शुरू हुआ एक-एक करके महिलाओं से बातचीत का दौर। कितने बजे आप जग जाती हैं। जवाब में किसी ने चार तो किसी ने पांच बजे कहा। सुबह खेत में कब आती हैं। इसके जवाब में महिलाओं ने बताया कि सुबह नौ बजे तक आई जात हैं और दोपहर एक बजे घरे खाना खाए जात हैं। इस पर प्रियंका ने फिर कहा कि दुबारा भी आतीं हैं आप। महिलाएं बोलीं कि दोबारा तीन बजे फिर आते हैं और शाम तक खेत में कटाई करते हैं। महिलाओं ने बताया कि रात को नौ बजे तक सो जाते हैं। एक महिला ने गांव में जमीन को लेकर एक विवाद बताया तो उन्होंने साथ चल रहे पदाधिकारियों से कहा कि इनका नम्बर नोट कर लें। बातचीत के दौरान एक इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार ने कहा कि महिलाओं को माइक दे दें। इस पर प्रियंका ने कटाक्ष करते हुए कहा कि महिलाएं माइक ही नहीं अब सत्ता भी लेंगी।बताया जा रहा है कि करीब बीस मिनट तक प्रियंका खेत में बैठकर महिलाओं से बात करती रहीं। इसके बाद वह उठीं और पास में ही धान पिटाई के लिए रखे तख्त पर आकर बैठ घईं। प्रियंका के लिए ग्रामीण महिलाओं ने पकौड़ी के साथ बेसन की रोटी और सलाद लेकर पहुंची थीं। प्रियंका को पकौड़ी और रोटी-सलाद खिलाने के लिए महिलाओं में होड़ मच गईं। इस दौरान प्रियंका ने भी कई महिलाओं को अपने हाथों से खाना खिलाया। बातचीत के दौरान कई बार ठहाके गूंजे तो प्रियंका ने अपने पास खड़ी महिलाओं को चिपटा लिया। इसके बाद चलते समय वह गांव की महिलाओं के कंधे पर हाथ रखते हुए आगे बढ़ीं।