हल्द्वानी। अनीता रावत
उत्तराखंड के रामनगर पहुंची कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में पार्टी कार्यकर्ताओं की गुटबाजी खुलकर सामने आई। कोसी बाईपास पुल पर यात्रा के स्वागत के लिए दो पक्ष आमने-सामने आ गए। कार्यकर्ताओं के एक-दूसरे के करीब पहुंचने पर धक्का-मुक्की होने लगी। पार्टी कार्यकर्ताओं में टकराव की स्थिति देख कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी, पूर्व सीएम हरीश रावत के पुत्र आनंद रावत समेत कई बड़े नेता बीच-बचाव करने पहुंच गए। तब कांग्रेस की यात्रा कोसी बाईपास पुल से सभा स्थल पैठपड़ाव आई।
रविवार को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा कालाढूंगी से चलकर 12 बजे रामनगर पहुंचनी थी, लेकिन कई घंटों देरी से पहुंची। कांग्रेस के एक गुट ने परिवर्तन यात्रा का दाबका पुल पर स्वागत किया। दूसरा पक्ष कोसी बाईपास पुल पर स्वागत को खड़ा था। जैसे ही यात्रा पुल के करीब पहुंची तो कार्यकर्ता अपने-अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी कर एक-दूसरे के करीब आने लगे। कुछ कार्यकर्ताओं में धक्का मुक्की हो गई। यह देख आनंद रावत, जिला अध्यक्ष सतीश नैनवाल, प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी अपने वाहनों से उतरकर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच गए। बाद में एक पक्ष का काफिला जाने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत को जिप्सी पर सवार कर यात्रा निकाली गई। खुद हरीश रावत ने मंच से गुटबाजी को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि गुटबाजी से काम नहीं चलने वाला, केंद्र व राज्य सरकार से लड़ने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को एक होना पड़ेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकता का पाठ पढ़ाकर चुनाव जीत का संकल्प दोहराया।