बीजिंग। चीनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को चीनी राष्ट्रपति ने कहा है। चीनी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय आया है जब दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी दखल और ताइवान के साथ कारोबार के मसले पर तनाव बढ़ा है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सैन्य बलों के शीर्ष अधिकारियों से कहा कि देश के सशस्त्र बल युद्ध की तैयारी के लिए अपनी इच्छा को मजबूत करें। बदलते वैश्विक समीकरणों के कारण युद्ध की तैयारी की सभी जरूरतें पूरी की जाएं। फिलहाल वह सब कुछ करने की जरूरत है जो युद्ध के लिए जरूरी है। केंद्रीय सैन्य आयोग की बैठक में सेना को और शक्तिशाली बनाने पर भी जोर दिया। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया ऐसे प्रमुख बदलावों के दौर का सामना कर रही है जो किसी सदी में देखे नहीं गए। चीन अब भी विकास के रणनीतिक मौके की अहम अवधि में है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों को आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने में सक्षम होना जरूरी है। बातया जा रहा है कि राष्ट्रपति ने सेना को नए साल के अपने संदेश में कहा कि व्यापक बदलाव और अप्रत्याशित जोखिमों के दौर में तैयारी बहुत अहम है। जिनपिंग ने कहा कि सेना को नए युग के लिए रणनीति पर काम करना चाहिए। जिनपिंग ने कहा कि चीन ने अब भी ताइवान को मिलाने और द्वीप की आजादी की रक्षा के लिए बल प्रयोग का अधिकार सुरक्षित रखा है। उनका यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘एशिया में आश्वासन पहल अधिनियम’ पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही दिनों बाद आया है। यह अधिनियम द्वीप की सुरक्षा के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता जताता है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान दौर में सैन्य बलों को आपातकाल के समय तत्काल कार्रवाई करने, संयुक्त अभियानों की क्षमता बढ़ाने और नए तरीके की लड़ाकू सेना तैयार करना जरूरी है।