वाशिंगटन। चीन अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करना चाहता है। द्विपक्षीय व्यापार पर वार्ता के लिए चीनी प्रतिनिधिमंडल की अमेरिकी यात्रा से पहले व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह बात कही। वहीं काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स के अध्यक्ष केविन हासेट ने कहा कि बहुत जल्द समझौता होने वाला है। वार्ता आगे बढ़ रही है। काफी कुछ किया जाना बाकी है, लेकिन फिलहाल स्थिति अच्छी है।
डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि चीन समझौता करना चाहता है। उन्होंने कहा कि हम एक अर्थव्यवस्था के रूप में अच्छी स्थिति में हैं, वे शुल्कों के कारण उतनी अच्छी स्थिति में नहीं हैं। ट्रंप चीन के साथ बड़े व्यापार घाटे को कम करना चाहते हैं। उन्होंने पिछले साल चीनी उत्पादों पर भारी आयात शुल्क लगाया था। इसके जवाब में बीजिंग ने भी अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क लगा दिए थे। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले साल दिसंबर में अर्जेंटीना में एक बैठक के दौरान व्यापार युद्ध को विराम देने और एक मार्च से पहले समझौता करने पर सहमति जताई थी। ट्रंप ने भी तब तक चीनी उत्पादों पर कोई नया शुल्क नहीं लगाने पर सहमति जताई थी। हालांकि ट्रंप ने धमकी दी थी कि यदि एक मार्च तक समझौता नहीं होता है तो वह इसके बाद अतिरिक्त शुल्क लगाने के लिए तैयार हैं। ट्रंप ने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि मैंने जो करार किया है उसकी समयसीमा जल्द ही समाप्त होने वाली है। चीन पर शुल्क बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने पहली बार ऐसा किया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि चीन की ओर भी धन आ रहा है, अन्यथा हमारी ही तरफ से धन जा रहा था।