ताइपे। चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ने जैसे हालात हो गए हैं। ताइवान से सटे दक्षिणी फुजियान प्रांत के तट पर चीन ने एक बार फिर सैन्य अभ्यास किया। इसमें गोलियों और गोलाबारुद का इस्तेमाल किया गया। चीन ने इसे ताइवान के राष्ट्रपति द्वारा संप्रभुता के दावे को खारिज करने के कारण दंड स्वरूप किया गया अभ्यास बताया है। एक हफ्ते पहले भी चीन ने ताइवान के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभ्यास किया था। वहीं इस अभ्यास पर ताइवान ने बयान जारी कर कहा कि इससे इनकार नहीं कर सकते कि चीन की यह कार्रवाई ताइवान जलडमरूमध्य में संघर्ष को को बढ़ाने वाली है। यह क्षेत्र में मुक्त आवागमन के संदर्भ में उसकी धमकी भरी कार्रवाई के विस्तार के तरीकों में से एक है। बयान के अनुसार, पिंगटन द्वीप के निकट सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक यह अभ्यास किया गया। नोटिस में जहाजों को क्षेत्र में आने से बचने की चेतावनी दी गई थी। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन का यह सैन्य अभ्यास वार्षिक अभ्यास का हिस्सा था और वह उन पर नजर रखे हुए। बता दें, पिछले सप्ताह चीन ने एक दिवसीय सैन्य अभ्यास किया था, जिसका उद्देश्य प्रमुख बंदरगाहों और प्रमुख क्षेत्रों की घेराबंदी करना था। ताइवान ने इस दौरान एक दिन में रिकॉर्ड 153 विमान, 14 नौसेना के जहाज और 12 चीनी सरकारी जहाजों को दर्ज किया था।