हल्द्वानी। अनिता रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी रोज अलग अलग फैसले लें रहे हैं। कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने और उत्तराखंड में कांवड़ियों के आने पर क्वारंटीन करने के फैसले के बाद शुक्रवार को अब एक नया फैसला ले लिया है। शुक्रवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड के चारों धामों के गर्भगृह का अब टीवी पर लाइव प्रसारण नहीं किया जाएगा।
शुक्रवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की तीसरी बैठक शुक्रवार को देहरादून में हुई। बैठक में तय हुआ कि बदरी केदार समेत उत्तराखंड के चारों धामों के गर्भगृह का अब लाइव प्रसारण टीवी पर नहीं होगा। वहीं जोशीमठ में श्री बद्रीनाथ वेद वेदांग स्नात्तकोतर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ की भूमि पर वेद अध्ययन केन्द्र स्थापित किया जाएगा। यहीं नहीं केदारनाथ धाम में पूजा और यात्रा व्यवस्था के संचालन के लिए आधारभूत निर्माण कार्य के लिए कंसलटेंट नियुक्त करने पर भी सहमति दे दी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा संचालित न होने की दशा में बोर्ड को अतिरिक्त वित्तीय सहायता देने पर विचार किया जायेगा। वहीं चारधाम देवस्थानम् प्रबन्धन बोर्ड की बैठक में सीएम ने बोर्ड को लेकर अपना रुख साफ कर दिया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवर को कहा कि चारधाम स्थित मन्दिरों में पुरानी परम्परायें संचालित होती रहेंगी। राज्य सरकार का कार्य मन्दिर की आन्तरिक व्यवस्थाओं पर अधिकार करना नहीं है। बल्कि सरकार का काम सहयोग करना है। सीएम ने कहा कि सरकार का उद्देश्य मन्दिर परिसरों की सुविधाओं के विकास में सहयोगी बनना है। बैठक में बोर्ड के सीईओ और गढ़वाल के कमिश्नर रविनाथ रमन ने बताया कि 2021-22 में श्री बद्रीनाथ देवस्थानम को 24.46 करोड़, श्री केदारनाथ देवस्थानम के लिये 29.92 करोड़, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के लिये 50-50 लाख के बजट को मंजूरी दे दी गई है।