देहरादून। अनीता रावत
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट में ऑनलाइन ई-पास के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया है। यानी इसके बिना तीर्थयात्री बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री,यमुनोत्री धाम के दर्शन नहीं कर सकते हैं। वेबसाइट पर क्लिक करने पर आसानी से ई-पास पंजीकरण नहीं होने से तीर्थयात्रियों को दिक्कत आ रही है।
व्यवहारिक परेशानी के चलते कई यात्री यात्रा स्थगित कर वापस घर लौट रहे हैं। मंगलवार को चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में इस तरह का मामला सामने आया। हिमाचल प्रदेश के मंडी और जोगिंदनगर से सुबह करीब 9 बजे चार बुजुर्ग महिलाएं विमला देवी, सुनीता, बबली और दीपिका बस टर्मिनल कंपाउंड पहुंचीं। यहां संयुक्त यात्रा रोटेशन व्यवस्था समिति के बुकिंग काउंटर पर बदरीनाथ धाम के लिए बस की जानकारी ली।
बुकिंग क्लर्क आशुतोष तिवारी ने संबंधित वेबसाइट पर पहले ई-पास के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करने की सलाह दी। करीब डेढ़ घंटे प्रयास करने के बाद ऑनलाइन पंजीकरण नहीं हुआ। वेबसाइट पर ई-पास पंजीकरण का स्लॉट 6 अक्तूबर तक पैक होना दिखाता रहा। आखिरकार इन महिला यात्रियों को ई-पास पंजीकरण नहीं होने पर बदरीनाथ की यात्रा स्थगित कर घर लौटना पड़ा। इस दौरान महिला यात्री विमला देवी ने उत्तराखंड सरकार से ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया को सुधारने की मांग करते हुए कहा कि इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।