देहरादून।अनीता रावत
उत्तराखंड में हुए मेडिकल छात्रवृति घोटाले में पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डोईवाला कोतवाली में अधिवक्ता चंद्रशेखर की तहरीर पर छात्रवृत्ति घोटाले में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें समाज कल्याण विभाग प्रकोष्ठ के तत्कालीन नोडल अधिकारी समेत 6 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें छात्र मयंक नौटियाल उसके पिता मुन्नालाल नौटियाल निवासी ग्राम सिरोही कालसी देहरादून हाल निवासी दिंनकर विहार विकासनगर, आईटी के सेल तत्कालीन नोडल अधिकारी, घिरोही के तत्कालीन लेखपाल कालसी के तत्कालीन तहसीलदार देहरादून के तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
डोईवाला कोतवाली में दर्ज की गई रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी मयंक ने जौलीग्रांट स्थित हिमालयन आयुर्विज्ञान संस्थान में सत्र 2012 13 से लेकर 2017-18 की अवधि के बीच एमबीबीएस कोर्स करते हुए फर्जी तरीके से लाखों रुपए की छात्रवृत्ति निकाल ली थी। मयंक के पिता जो कि ठेकेदार हैं मुन्ना लाल नौटियाल ने तहसीलदार, लेखपाल से हम साज होकर मामूली मासिक आय का फर्जी आय प्रमाण पत्र बनवाया और अपनी आय को छुपाकर समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर छात्रवृत्ति हड़प ली, जबकि सालाना आय उसकी लाखों रुपए है।
हाई कोर्ट जाने से पहले एक मामला हरिद्वार में भी दर्ज हुआ था। इसके बाद से मामले को दबाने की कोशिश की जा रही थी लेकिन, अधिवक्ता चंद्रशेखर करगेती काफी समय से इन घोटालेबाजों के खिलाफ सबूत जुटाने में लगे हुए थे। दस्तावेजों में आरोप की पुष्टि के बाद पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि मामले की विवेचना उप निरीक्षक भवन चंद पुजारी को सौंपी है। मामले की जांच पड़ताल कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।