लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
सीतापुर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर धारा-151, 107 व 116 में मुकदमा दर्ज करते हुए मंगलवार को उनकी गिरफ्तारी दिखाई गई। प्रियंका गांधी ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा है कि सवाल पूछने वालों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन जिन्होंने हत्या की वे खुलेआम क्यों घूम रहे?
इधर लखनऊ में सुबह पूर्व सांसद पीएल पुनिया व प्रमोद तिवारी व विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को पुलिस ने सीतापुर जाने से रोका। वहीं भूपेश बघेल को रिसीव करने गए पूर्व सांसदों को एयरपोर्ट परिसर से बाहर कर दिया गया। श्री बघेल को एयरपोर्ट के बाहर नहीं निकलने नहीं दिया। प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को फोन से संबोधित करते हुए श्री बघेल ने कहा कि यह तानाशाह सरकार है। हम अपनी नेता से क्यों नहीं मिल सकते? छत्तीसगढ़ में किसी भी मामले में नेताओं या प्रेस को जाने से नहीं रोका जाता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि टेनी को गृह राज्यमंत्री बनाने से पहले मुख्यमंत्री से सहमति नहीं ली गई। हो सकता है कि ये घटना आंतरिक गुटबाजी का नतीजा हो। बघेल ने यूपी सरकार को तानाशाह करार देते हुए कहा कि सरकार बताए कि वह किसको बचा रही है। दूसरी ओर उनसे मिलने लखनऊ आए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकल पाए, वह एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए। प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह खुद लखीमपुर आएं और अन्नदाता से मिलें। सरकार हम पर टिप्पणी कर हमें हल्का करना चाहती है लेकिन मैं मुद्दों को लेकर गंभीर हूं। मैं अमेरिका, चीन या जापान नहीं जाती, सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री दुनिया घूमते हैं, वे टूरिस्ट हैं, मैं नहीं। मुझे यहां चाहें 15 दिन रखें या छह महीने या छह साल, आवाज उठाने का अधिकार मुझे संविधान ने दिया है। वहीं पुनिया ने कहा कि एक मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल होता है लेकिन हमारे मुख्यमंत्री को प्रोटोकॉल तो दूर, सामान्य इंसान के अधिकार से भी वंचित किया गया। प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार प्रियंका गांधी पर लगाई गई धाराओं के बारे में स्पष्टीकरण दें कि 151 क्यों लगाई गई है? हमारी नेता 10 को प्रधानमंत्री के क्षेत्र में गरजने जा रही थीं इसलिए उन्हें रोका गया है। सरकार कांग्रेस से डर रही है। हम सरकार को बताना चाहते हैं कि हमें अंग्रेज नहीं रोक पाए तो आप क्या रोक पाएंगे।