देहरादून। अनीता रावत
यूपी के शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ दून पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन पर पुस्तक के जरिये धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है।
शहर कोतवाल रितेश साह के अनुसार, नदीम कुरैशी ने तहरीर में आरोप लगाया कि 12 नवंबर को हरिद्वार में यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने गैर मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने के साथ ही विवादित पुस्तक का विमोचन किया। नदीम का आरोप है कि इस पुस्तक में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से जुड़ी बातों का जिक्र है। इस पर पुलिस ने वसीम रिजवी को नामजद आरोपी बनाते हुए अज्ञात आयोजकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने तहरीर के साथ दिए गए तथ्यों की जांच शुरू कर दी है। यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की किताब को लेकर दून के मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। शुक्रवार को पलटन बाजार जामा मस्जिद में उलमा एवं जिम्मेदार लोगों की बैठक हुई। डीजीपी अशोक कुमार से सोमवार को राज्यभर के उलमा की मुलाकात का फैसला हुआ। डीजीपी से रिजवी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की जाएगी और 48 घंटे का वक्त दिया जाएगा। ऐसा न होने पर सर्वसमाज एवं व्यापारियों के सहयोग से उत्तराखंड बंद किया जाएगा। शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा कि रिजवी ने पैगंबर की शान में किताब के जरिये गुस्ताखी की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस दौरान इमाम संगठन अध्यक्ष मुफ्ती रईस कासमी, वरिष्ठ समाजसेवी लताफत हुसैन, मौलाना राशिद, कारी अब्दुल समद, मुस्लिम सेवा संगठन अध्यक्ष नईम कुरैशी, मुकीम भूरा पार्षद, आकिब कुरैशी, खुर्शीद अहमद, जाकिर अंसारी, सपा महानगर अध्यक्ष नासिर मंसूरी मौजूद थे।