लखनऊ। जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को हुई हिंसा के दूसरे दिन सोमवार को तनावपूर्ण शांति रही। पुलिस ने भीड़ को भड़काने के मामले में सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल समेत 2500 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिलाधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ने हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। शहर में शांति बहाल करने के लिए पुलिस-प्रशासन की टीमें दिनभर फ्लैग मार्च करती रहीं। सड़कों पर पूरे दिन कर्फ्यू सा सन्नाटा पसरा रहा। अधिकतर बाजार लगभग बंद रहे। प्रशासन के आदेश पर इंटर तक के सभी स्कूल सोमवार को पूरी तरह बंद रहे जबकि सोमवार देर शाम तक इंटरनेट सेवाएं बहाल नहीं हो सकीं।
रविवार को कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव के साथ वादी अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया, एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई पुलिस बल के साथ दोबारा सर्वे करने शाही जामा मस्जिद पहुंचे थे। सर्वे के दौरान आक्रोशित लोगों ने पथराव, फायरिंग और आगजनी कर दी थी। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनभर पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। बवाल के बाद रविवार देर रात तक पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर 27 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं सोमवार को पुलिस ने सीओ संभल अनुज चौधरी, डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू, एकता चौकी प्रभारी संजीव कुमार, एसआइ शाह फैजल समेत पांच लोगों की तहरीर पर संभल कोतवाली में सांसद जियाउर्रहमान बर्क, विधायक पुत्र सुहेल इकबाल समेत 22 नामजद समेत करीब दो हजार और एसपी के पीआरओ समेत अन्य पुलिसकर्मियों की तहरीर पर छह नामजद समेत करीब 500 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। उधर जिलाधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ने हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने एसडीएम दीपक कुमार चौधरी को जांच अधिकारी नामित करते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है। दोपहर में डीआइजी मुनिराज, डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया, एसपी केके विश्नाई समेत ने शहर के कई मार्गों में पैदल मार्च कर लोगों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की और उप्रदवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संदेश दिया। इधर, तनाव के बीच लोगों की सुबह हुई। लेकिन व्यापारियों में दुकान खोलने को लेकर असमंजस बना रहा। तनाव के चलते शहर में करीब 20 से 30 प्रतिशत दुकान ही खुल सकी। मुख्य बाजार लगभग बंद रहा। पुलिस ने सोमवार देर शाम जामा मस्जिद के सदर जफर अली और एक मौलाना समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले जफर अली ने दिन में प्रेसवार्ता कर एसडीएम वंदना मिश्रा, सीओ अनुज चौधरी को शहर का माहौल बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार ठहारया था। प्रेसवार्ता के तुरंत बाद पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया। देर शाम डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया ने एक पीसी में जफर अली के आरोपों को दस्तावेजों के जरिए खारिज किया।
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