लखनऊ। सिपाही भर्ती परीक्षा में कथित पेपर लीक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर शुक्रवार को जमकर प्रदर्शन किया।
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए हजारों अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को लखनऊ समेत यूपी के कई शहरों में जोरदार प्रदर्शन किया और लिखित परीक्षा दोबारा कराने की मांग की। लखनऊ में अभ्यर्थी शाम तक ईको गार्डन में जमा रहे। इस दौरान ईको गार्डन में बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी बल भी मौजूद रहा। झांसी में आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही पैदल मार्च निकाला और हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों ने झांसी-कानपुर हाईवे जाम कर दिया। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाकर मामले को शांत कराया। मेरठ में पेपर आउट होने को लेकर शुक्रवार को चौ.चरण सिंह विवि कैंपस में छात्रों ने बैठक करते हुए दोबारा पेपर नहीं होने पर लखनऊ तक पैदल मार्च करने का ऐलान किया। शामली में भी अभ्यर्थियों ने कलक्ट्रेट में नारेबाजी की। गोरखपुर में छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने पेपर लीक का आरोप लगाते हुए दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय प्रदर्शन करते हुए जुलूस भी निकाला। उधर भर्ती बोर्ड ने अभ्यर्थियों को शुक्रवार को शाम छह बजे तक ई-मेल से साक्ष्यों व प्रमाणों के साथ अपना प्रत्यावेदन देने का मौका दिया था। बोर्ड का कहना है कि वह प्रत्यावेदन का परीक्षण करने के बाद अभ्यर्थियों के हित में फैसला लेगा। इस बीच अभ्यर्थियों के एक सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को भर्ती बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात की और ज्ञापन दिया। उनका दावा है कि ज्ञापन के साथ प्रश्नपत्र लीक होने के साक्ष्य भी दिए गए हैं।