ऊधमसिंहनगर। सितारगंज में डेढ़ माह पहले हुए यासमीन हत्याकांड का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार जीजा के प्रेम में पड़ी साली ने ही अपनी बहन को मौत के घाट उतार दिया था। हत्याकांड के इस साजिश में मृतका का पति यानी उसका जीजा भी शामिल था। आरोपी जीजा के खिलाफ दहेज हत्या, साजिश और साली के खिलाफ हत्या, हत्या की साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रियाज अहमद पुत्र अब्दुल वहीद निवासी कंठगरी गांव, सितारगंज
ने सात दिसंबर को अपनी बेटी की हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था। तहरीर में कहा गया था कि
उसकी बेटी यासमीन पत्नी शादाब निवासी नई बस्ती किच्छा को उसका पति शादाब दहेज के लिए प्रताड़ित करता है। आरोप था कि 16 नवम्बर को पति शादाब ने ससुराल कंठगरी आकर यासमीन को खाने में जहर दे दिया और परिजनों के खाने में भी नशे की गोलियां मिला दीं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद यासमीन की मौत की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस ने पति शदाब के मैसेज चेक किए। इसमें साली अमरीन और जीजा शदाब के बीच संबंधों का खुलासा हुआ। रविवार को दहेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी शादाब और उसकी साली अमरीन में प्रेम प्रसंग था, जिसकी भनक उसकी पत्नी यासमीन को लग गई थी। इस पर दोनों ने यासमीन को रास्ते से हटाने की योजना बना ली। 14 नवंबर को शादाब यासमीन को कंठगरी छोड़ गया। 15 को शादाब ने योजना के मुताबिक साली अमरीन को नींद की गोलियां लाकर दी। अगले दिन अमरीन ने शादाब की गैरमौजूदगी में खाने में नशे की गोलियां मिला दी। दवा के असर से परिजन और यासमीन सो गए। इसके बाद अमरीन ने यासमीन का गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के समय आरोपी जीजा और साली मोबाइल पर मैसेज के के जरिए संपर्क में थे। रविवार को पुलिस ने आरोपी शादाब और अमरीन को गिरफ्तार कर लिया। शादाब के खिलाफ 304बी, 120बी, 506 तथा अमरीन के खिलाफ हत्या, हत्या की साजिश की धाराओं में केस दर्ज किया है।