लंदन। ब्रिटेन के शाही परिवार की इलेक्ट्रिक कार इलेट्रे एसयूवी पर साइबर हमलावरों और आतंकियों का साया है। ब्रिटेन के साइबर एक्सपर्ट रॉबर्ट प्रिटकार्ड ने शाही परिवार और ब्रिटेन सरकार को इस बारे में चेताया है। उन्होंने कहा है कि साइबर हमलावर कार में लगी तकनीक का गलत इस्तेमाल कर रिमोट कंट्रोल से उसके पहिए तक को अपने नियंत्रण में ले सकते हैं। बकिंघम पैलेस ने इसपर कोई बयान जारी नहीं किया है। जा चुकी हैं। शाही परिवार ने इसे अपनाने के लिए ऑडी कार को छोड़ा था। ब्रिटेन में कार में मौजूद सेल्फ ड्राइव मोड पर प्रतिबंध है। मालूम हो कि प्रिंसेस ऑफ वेल्स डायना की 31 अगस्त 1997 को पेरिस में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। ब्रिटेन के राजा चार्ल्स-3 और प्रिंस विलियम कार का इस्तेमाल करते देखे गए हैं। दुनिया को जलवायु संकट से बचाने का संदेश देने की दिशा में शाही परिवार ने इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल शुरू किया था। कई बड़े मौके पर शाही परिवार के लोग कार के साथ देखे गए हैं। साइबर एक्सपर्ट ने जिस कार पर सवाल उठाया है उसका निर्माण ब्रिटेन के नॉरफ्लॉक स्थित लोटस नामक कंपनी करती है। इस कंपनी में चीन की 51 फीसदी हिस्सेदारी है। कार की कीमत करीब एक करोड़ 32 लाख रुपये हैं। रॉबर्ट प्रिटकार्ड ने ब्रिटेन सरकार के मंत्रियों से कहा है कि इलेक्ट्रिक कारों से खतरा इसलिए ज्यादा है क्योंकि इसमें तकनीक का बहुत अधिक इस्तेमाल हुआ है। कार का निर्माण चीन की कंपनी ने किया है तो संभव है कि चीन की सरकार जरूरी जानकारी जुटा सकती है। इलेट्रो एसयूवी की कीमत करीब एक करोड़ 32 लाख रुपये हैं। चीन की हिस्सेदारी वाली कंपनी में निर्मित कार को हैकर्स आसानी से हैक कर सकते हैं। हैकर कार में लगी डिवाइस से कार की हर मूवमेंट और उसकी लोकेशन जानकारी भी आसानी से जुटा सकते हैं। एआई विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रिक कार के डायग्नोस्टिक पोर्ट में डोंगल लगा होता है। इस डोंगल के जरिए साइबर हमलावर कार पर हमला बोल कार सॉफ्टेवेयर में बदलाव कर कार कमांड के जरिए की स्टेयरिंग पर कब्जा जमा सकते हैं। वर्ष 2022 में दुनिया के अलग-अलग देशों में टेस्ला की दर्जनों कारों थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर के जरिए एक 19 साल के हैकर ने हैक किया था। रूस में 2021 में एक हैकर ने पब्लिक चार्चिंग स्टेशन पर चार्ज हो रही कारों को हैक कर उन्हें लॉक कर दिया था।