लंदन। सट्टेबाज संजीव चावला को ब्रिटेन से भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। ब्रिटेन की एक कोर्ट ने दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए की संलिप्तता वाले मैच फिक्सिंग मामले में चावला के प्रत्यर्पण को सोमवार को मंजूरी दे दी।
वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने अपने पुराने फैसले को बदलते हुए गृह मंत्री से कहा है कि चावला को भारत भेजा जा सकता है। इसके साथ ही औपचारिक प्रत्यर्पण आदेश के लिए मामला अब गृह मंत्री साजिद जाविद के पास जाएगा। ब्रिटिश कोर्ट का फैसला भारत के लिए मामले में बड़ी कानूनी जीत है। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थितियां चावला के मानवाधिकारों के लिए सही है। वहां खतरे की कोई बात नहीं है। इससे पहले कोर्ट ने अक्तूबर 2017 में चावला के प्रत्यर्पण पर रोक लगा दी थी। लेकिन नवंबर में ब्रिटिश हाईकोर्ट ने चावला को भारत प्रत्यर्पित नहीं करने के निचली अदालत के आदेश को रद्द कर दिया और डिस्ट्रिक्ट जज को उसके खिलाफ प्रत्यर्पण कार्यवाही फिर शुरू करने का निर्देश दिया। चावला के प्रत्यर्पण के खिलाफ निचली अदालत के फैसले को खारिज करते हुए अपने फैसले में हाईकोर्ट ने कहा कि वह तिहाड़ जेल में कारगार की सुरक्षा की स्थिति के संबंध में दिए गए आश्वासन पर भरोसा करता है। अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, दिल्ली में जन्मा कारोबारी चावला 1996 में कारोबारी वीजा पर ब्रिटेन जाकर बस गया और भारत आता जाता रहता था। वर्ष 2000 में अपना भारतीय पासपोर्ट रद्द होने के बाद चावला ने 2005 में ब्रिटिश पासपोर्ट हासिल कर लिया और अब वह ब्रिटिश नागरिक है। चावला 2017 में खुद को भारत प्रत्यर्पित किये जाने के खिलाफ मामला जीत गया था। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कहा था कि पहली नजर में मामले में उससे पूछताछ जरूरी है, लेकिन तिहाड़ जेल में रखे जाने के दौरान उसके मानवाधिकार के संबंध में कोई गारंटी नहीं दी गई।