नई दिल्ली। नीलू सिंह
80 और 90 के दशक की बॉलीवुड फिल्मों में विलेन का रोल करने वाले एक्टर महेश आनंद अवसाद में थे। शनिवार को उनका निधन हो गया। महेश आनंद 57 साल के थे। पिछले 18 सालों से वो फिल्मों से दूर थे और उनके पास कोई काम नहीं था। आखिरी बार उन्हें इसी साल रिलीज हुई गोविंदा की फिल्म रंगीला राजा में देखा गया था। इस फिल्म का निर्देशन पहलाज निहलानी ने किया था। महेश आनंद की शॉकिंग डेथ के बाद बॉलीवुड के पॉपुलर विलेन शक्ति कपूर ने महेश को लेकर ये खुलासा किया है। शक्ति कपूर ने हाल में महेश आनंद की मृत्यु पर सिनेब्लिट्स से बात की और बताया कि अपने आखिरी समय में महेश बहुत अकेले हो गए थे। शक्ति कपूर के अनुसार,‘महेश डिप्रेशन में चले गए थे क्योंकि उनके पास काम नहीं था। इसी कारण उन्होंने शराब पीना शुरू कर दी थी। वो शराब के नशे में ही लोगों को कॉल करने लगे थे। पहलाज जी ने महेश को अपनी फिल्म रंगीला राजा के क्लाइमैक्स में एक छोटा सा रोल दिया था, जिसे उन्होंने अच्छे से निभाया था। शूट के समय पहलाज जी ने उन्हें शराब पीने से रोका था लेकिन वो फिर भी नहीं माने। मैंने भी महेश से शराब छोड़ने को कहा था क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी में ऐसे कई केस देखे थे लेकिन महेश ने किसी की नहीं मानी।’आनंद अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मरे हुए पाए गए, जिसके बारे में तब जानकारी मिली जब उनकी बहन और पुलिस फ्लैट के अंदर पहुंची। बताया जा रहा है कि महेश ने 2 दिनों तक घर का दरवाजा नहीं खोला, जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। जब पुलिस महेश के घर के अंदर गई तब शराब से भरा एक ग्लास लाश के पास मिला। पुलिस ने एक्सीडेंटल डेथ का मामला लिखकर महेश की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। बता दें कि महेश आनंद की मौत की खबर ने बॉलीवुड इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया। 80 और 90 के दशक में महेश ने कई सारे बड़े स्टार्स की फिल्मों में काम किया था लेकिन साल2000 के बाद वो इंडस्ट्री से गायब हो गए थे। महेश ने ‘शहंशाह’, ‘मजबूर’, ‘थानेदार’, ‘विश्वात्मा’, ‘खुद्दार’, ‘विजेता’ और ‘कुरुक्षेत्र’ जैसी फिल्मों में काम किया था।