हल्द्वानी। अनीता रावत
सुंदरढूंगा ग्लेशियर की साहसिक यात्रा में लापता हुए पांचों पर्यटकों के शव निकाल लिए गए हैं। इन्हें हेलीकॉप्टर से कपकोट लाया गया। कपकोट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पांचों का पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों ने उनकी शिनाख्त की, पांचों पर्यटक कोलकाता के रहने वाले थे। ये ट्रैकिंग पर सुंदरढूंगा के लिए निकले थे। इसी दौरान मौसम खराब होने से ग्लेशियर में फंस गए। इनके साथ गए गाइड का अब भी पता नहीं चल सका है।
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, एसडीआरएफ की टीम एवं अन्य सदस्यों ने इन शवों को बर्फ से निकाला। शवों को मंगलवार को सेना के दो हेलीकॉप्टरों से कपकोट के केदारेश्वर मैदान हेलीपैड में उतारा गया। मृतकों में पश्चिम बंगाल के जिला हावड़ा बागवान निवासी सागर डे (27), चंद्रशेखर दास (32), सरित शेखर दास (35), नदिया राजघाट निवासी प्रीतम राय (27) और बिहाला कोलकाता निवासी सादान बासक (63) शामिल हैं। सभी की शिनाख्त इनके परिजनों सुब्रोतो डे, अभिजीत राय और विश्वजीत दास ने की है। ग्लेशियर में लापता स्थानीय गाइड खिलाफ सिंह दानू का अभी कोई सुराग नहीं लग पाया। उनकी खोजबीन जारी है। डीएम विनीत कुमार ने कपकोट के हेलीपैड पहुंचने पर इस रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बेहद कठिन परिस्थितियों और भारी बर्फबारी के बीच शवों को ग्लेशियर से निकाला है। एसडीआरएफ के दीपक पंत, हृदेश परिहार, बिजेंद्र कुडियाल, दीपक नेगी, श्रीकांत नौटियाल, यशपाल, अभिषेक मंडोली एवं कैलाश परगाई के अलावा रेस्क्यू अभियान में स्थानीय गाइड रोहित शाह, बाछम गांव के निवासी जय सिंह, गंगा सिंह और जातुली गांव के निवासी भागवत सिंह एवं शेर सिंह शामिल रहे।