देहरादून। अनीता रावत
रक्तदान करने की एक छोटी पहल किसी जरूरतमंद व्यक्ति को नया जीवन दे सकती है। इसीलिए रक्तदान को महादान की संज्ञा दिया गया है। यह बातें बीएचईएल में आयोजित रक्तदान शिविर में एम्स के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कही।
मिली जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के तत्वावधान में इन्द्रलोक आवासीय कल्याण समिति बीएचईएल, हरिद्वार में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें समिति के सदस्यों के साथ ही नगरवासियों ने भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। शिविर में 43 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। एम्स ऋषिकेश की ओर से आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि रक्तदान से किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को नया जीवन दिया जा सकता है। लिहाजा स्वस्थ मनुष्य को जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने लोगों से रक्तदान के लिए आगे आने का आह्वान किया और दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करने का संदेश दिया। एम्स निदेशक ने कहा कि रक्तदान से ही किसी व्यक्ति को जीवनदान दिया जा सकता है,लिहाजा इससे बढ़कर कोई दूसरा दान नहीं हो सकता।
संस्थान की ब्लड बैंक प्रमुख डा. गीता नेगी ने बताया कि एम्स की ओर से राज्य के विभिन्न हिस्सों में सततरूप से स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है,जिससे लोग रक्तदान के महत्व को समझ सकें और इसके लिए आगे आएं। बताया कि जनजागरुकता से ही हम जरूरतमंद लोगों को समय पर रक्त उपलब्ध कराकर अमूल्य जीवन के संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की अन्य संस्थाओं को भी इस तरह के जनहित के शिविरों के आयोजन के लिए आगे आना चाहिए। शिविर में क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतींश्वरानंद गिरि बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।इस अवसर पर शिविर के आयोजन में समिति के अध्यक्ष चौधरी देवपाल सिंह राठी, एम्स की ओर से डा.सैकत, डा. सौरभ, अंजू ढौडियाल, ओम प्रकाश नेगी, प्रेम, इन्दू, हिमांशु, रीता आदि ने सहयोग प्रदान किया ।