इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय एयरलाइन के लिए अपना हवाई क्षेत्र और वाघा सीमा चौकी को बंद कर दिया। भारत के साथ सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी। साथ ही कहा कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
ये घोषणाएं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद की गईं। पहलगाम हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया पर चर्चा के लिए पाक सरकार ने गुरुवार को बैठक बुलाई थी। इसकी अध्यक्षता पाक के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की। बैठक में प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भाग लिया। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा को किसी भी तरह का खतरा होने पर हर तरह से मजबूती से जवाब दिया जाएगा। बैठक में कहा गया है कि इस तरह की रणनीतियां केवल तनाव को बढ़ाने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के मार्ग में बाधा डालने का काम करती हैं। पाकिस्तान ने कहा है कि वह आतंकवाद की स्पष्ट रूप से निंदा करता है। भारत के फैसले के बाद इस्लामाबाद ने दक्षेस वीजा छूट योजना के तहत भारतीयों के लिए वीजा निलंबित किया, सिख तीर्थयात्रियों को इससे अलग रखा गया है। पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापार पर रोक लगा दी, जिसमें तीसरे देशों के माध्यम से होने वाले व्यापार भी शामिल हैं। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को खारिज किया और कहा कि यह 24 करोड़ पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग में अपने सैन्य सलाहकारों को भी 30 अप्रैल तक वहां से चले जाने को कहा है।
