लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दो नवंबर 1990 को यदि प्रदेश में भाजपा सरकार होती तो अयोध्या में किसी रामभक्त पर कोई गोली चलाने का दुस्साहस नहीं करता। हमें याद रखना होगा कि जो राम के नहीं हो सकते, वो हमारे भी किसी काम के नहीं हो सकते। योगी ने सपा, बसपा, कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि वर्ष 2017 से पहले समाज को बांटने और व्यापारियों से गुंडा टैक्स वसूली का काम होता था। दंगे होते थे। साढ़े चार साल में यूपी बदल चुका है। विकास के साथ सुरक्षा भी दी है। व्यापारियों, पिछड़ों, गरीबों और समाज के सभ्रांत लोगों की सुरक्षा के लिए फिर भाजपा जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने यह बातें बुधवार को पंचायत भवन में नाई, सविता, सैन समाज और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हलवाई और कसौंधन समाज के सामाजिक सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि हमें समझना होगा कि शांति और सौहार्द के दुश्मन कौन लोग थे। जब भी सत्ता उनके हाथ में आएगी तो पेशेवर अपराधी और माफिया निर्दोष लोगों के व्यापारियों के और समाज के सभ्रांत लोगों के जीवन पर खतरे के रूप में मंडराते दिखाई देंगे। इसीलिए हमारी आवश्यकता है। अब कोई माफिया खुलेआम नहीं घूम सकता। किसी व्यापारी की संपत्ति पर कब्जा नहीं कर सकता। पहले पर्व-त्योहार आते थे, तब कर्फ्यू लग जाता था। उसकी सर्वाधिक मार हमारे व्यापारी झेलते थे।
अब सत्ता की सरपरस्ती में उत्पात मचाने वालों की तबाही सामने आ रही है तो उनके सरपरस्तों के हौंसले भी पस्त होते दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोई दंगा नहीं होने दिया, नहीं तो कोसीकलां से मुजफ्फरनगर तक एक लंबी श्रृंखला दंगों की चली थी। वर्ग विशेष के त्योहारों के नाम पर अराजकता की खुली छूट दी जाती थी। हमने गुंडों-माफिया को बुक तो किया ही, शांति से पर्व त्योहार मनाने की व्यवस्था भी की। योगी ने चेताया कि जाति के नाम पर विभाजित होंगे तो दंगाई हावी होंगे। फिर जो अराजकता फैलेगी, उसमें कोई जाति सुरक्षित नहीं रह पाएगी। हमें विपक्ष के इन मंसूबों और साजिशों से बचने के लिए एकजुट होकर सबके विकास और सुरक्षा के लिए जो सरकार काम कर रही है, उसके साथ खड़ा होना होगा। कहा भाजपा न होती तो राममंदिर निर्माण के लिए संघर्ष करना पड़ता। केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकारों के चलते ही भव्य मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो पाया।