लखनऊ। सीमा तिवारी
उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर में बुधवार को भाजपा सांसद ने भाजपा के ही विधायक की जूते से पिटाई कर दी। बताया जा रहा है कि शिलान्यास पत्थर पर नाम नहीं होने से सांसद भड़क गए थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सांसद-विधायक को लखनऊ तलब किया है। केंद्रीय नेतृत्व ने भी पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है। मिली जानकारी के अनुसार संतकबीर नगर में जिला योजना बैठक में प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी ने भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल को जूतों से पीट डाला। बताया जा रहा है कि सांसद एक सड़क की शिलान्यास शिला पर अपना नाम न होने से भड़के थे। घटना के वक्त कई विधायक, अधिकारी और पुलिस भी मौजूद थी। घटना के बाद दोनों के उत्तेजित समर्थक करीब तीन घंटे तक आमने-सामने रहे और बीच में पुलिस दोनों पक्षों को रोके रही। डीएम ने सांसद को अपने चैम्बर में बैठाकर बाहर फोर्स लगा दी। विधायक बाहर अपने समर्थकों के बीच चले गए। रात करीब पौने आठ बजे विधायक समर्थकों ने पीछे के गेट से सांसद तक पहुंचने का प्रयास किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद कलक्ट्रेट की बिजली काट दी गई। अंधेरे में करीब 8 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस सांसद को परिसर से निकाल ले गई। उधर, सांसद पर कार्रवाई और लाठीचार्ज के खिालाफ विधायक कलक्ट्रेट में समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। विधायक समर्थक सांसद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अड़े हैं। अभी किसी भी पक्ष ने पुलिस में रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई है।
संतकबीर नगर के भाजपा सांसद और विधायक के बीच मारपीट होने की घटना पहली बार नहीं हुई है। प्रदेश के करीब दो दर्जन जिलों में सांसदों-विधायकों में तनातनी चल रही है। इससे पहले धौरहरा की सांसद रेखा वर्मा और विधायक शंशाक त्रिवेदी के बीच जमकर झगड़ा हुआ था। दोनों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें केवल चेतावनी देकर वापस कर दिया गया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश में दो दर्जन लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां भाजपा सांसद और विधायकों के बीच पटरी नहीं खा रही है। ज्यादातर मामलों में सांसद और विधायक के बीच श्रेय लेने की होड़ में ही विवाद होता है।