लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
लॉ की छात्रा से यौन उत्पीड़न में शुक्रवार को भाजपा नेता और पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को एसआईटी और यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कोर्ट में पेश कर चिन्मयानंद को जेल भेज दिया।
कुछ दिनों पहले एक लॉ की छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। इस मामले में एसआईटी ने शुक्रवार को चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले एसआईटी की पूछताछ में चिन्मानंद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जुर्म कबूल करने के बाद स्वामी ने कहा कि वह अपने किए पर शर्मिंदा हैं। एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि स्वामी चिन्मयानंद ने मोबाइल का डेटा डिलीट कर दिया था। चेक इन करते हुए सीसीटीवी फुटेज बरामद हुए हैं। वीडियो के आधार पर स्वामी की गिरफ्तारी हुई है। एसआईटी से मिली जानकारी के अनुसार एक-दो जगह की फुटेज आना तय है। हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। स्वामी ने नंगे होकर युवती से मसाज कराने की बात स्वीकार की है।
वहीं इस मामले में पीड़िता भी जांच के घेरे में आ गई है। आरोप है कि पीड़िता ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने की कोशिश की। वीडियो फुटेज के बदले स्वामी से 5 करोड़ रुपये की मांग की गई। इस संबंध में एसआईटी के हाथ पीड़ित के चार साथी के साथ घूमने, होटल में रुकने का वीडियो लगा है। एसआईटी ने चारों युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया है। युवकों ने स्वामी से 5 करोड़ रुपये बाबा से मांगने की बात स्वीकार की है। इसके बाद पीड़िता भी जांच के दायरे में है। पूछताछ में छात्रा ने कबूला कि उसकी और युवकों की बात होती थी। वहीं स्वामी और छात्रा के बीच करीब 200 बार बातचीत हुई। एसआईटी ने बताया कि दोनों पक्ष की पेन ड्राइव देखी है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और डिटिटली वेरिफाई करने का इंतजार है। स्वामी ने स्वीकार किया गलती पर शर्मिंदा हूं, मुझे कुछ नहीं कहना है। गौरतलब है कि गुरुवार देर रात स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ गई थी। इसपर स्वामी को बाहर ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई, वहीं, जानकारी मिलते ही एसआईटी टीम आश्रम पहुंच गई और कागजात मांगे, लेकिन कागजात न दिखा पाने पर एसआईटी ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया।