लंदन।
लंदन के होलबोर्न से पीएनबी घोटाले का आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी को बुधवार को गिरफ्तार लंदन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रत्यर्पण अनुरोध पर वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। साढ़े 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला कर विदेश भागने वाले नीरव को गिरफ्तारी के बाद वेस्टमिंस्टर कोर्ट में चीफ मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। अदालत ने नीरव को जमानत देने से इनकार करते हुए 29 मार्च तक हिरासत में भेज दिया। इस मामले की अगली सुनवाई 29 मार्च को होगी। इस बीच नीरव मोदी को जेल में रखा जाएगा।
गौरतलब है कि पीएनबी घोटाले का आरोपी नीरव 2018 में भारत से फरार हो गया था। इसके बाद भारत सरकार ने उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया था। फरार होने के कुछ महीने बाद से ही वह ब्रिटेन में रहा है। भारत ने पिछले साल अगस्त में ब्रिटेन सरकार से 48 वर्षीय नीरव को प्रत्यर्पित करने की मांग की थी। हाल में उसे लंदन की सड़कों पर बेखौफ घूमते देखा गया था। इसके बाद भारत ने प्रयास किया तो लंदन में वह गिरफ्तार हुए। नीरव की गिरफ्तारी को भारत सरकार के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। इसके बाद यह उम्मीद जगी है कि उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में ईडी और सीबीआई को उसकी तलाश है। बताया जा रहा है कि नीरव का मामला भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्य के केस की तरह ही चलेगा। माल्या को भी लंदन में 2017 में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, कुछ ही देर में उसे जमानत मिल गई थी।