पटना। राजेंद्र तिवारी
लोकसभा चुनाव में मोदी और भाजपा के खिलाफ बन रहा महागठबंधन में सीटों का गणित उलझता नजर आ रहा है।यह ठीक है कि महागठबंधन से जुड़े नेता सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहा है लेकिन सभी राज्यों में स्थिति एक जैसी ही है । महागठबंधन के अंदर हर पार्टियां ज्यादा से ज्यादा सीट लेने की कोशिश में है। यही कारण है कि अब तक सीटों को लेकर कोई औपचारिक चर्चा तक नहीं हुई।
बता दें कि गैर भाजपा दलों को एकजुट करने का नाम पर महागठबंधन में लगातार दलों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि अभी तक बिहार में वामदलों के साथ गठबंधन को लेकर कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी घटक दलों में ज्यादा सीटों पर दावा किया जा रहा है। महागठबंधन में जहां राजद खुद को सबसे बड़े दल के रूप में प्रस्तुत कर रही है वहीं कांग्रेस को उसके वास्तविक स्थिति के बारे में अवगत कराना से भी नहीं चूक रही है। इसके अलावा जो अन्य दल है उन्हें भी उनके जनाधार के अनुसार ही सीट देने पर चर्चा हो रही है। ऐसी स्थिति में महागठबंधन के अंदर सीटों को लेकर घमासान बनाता है।