मेरठ। यूपी पुलिस दरोगा भर्ती परीक्षा साल्वर की मदद से पास कर दरोगा बने चार लोगों के खिलाफ हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर ने तहरीर दी थी। आरोपियों ने साल्वर की मदद ली थी। इस बात का खुलासा फिंगर प्रिंट रिपोर्ट आने पर हुआ। इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार के मुताबिक भर्ती बोर्ड ने उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के लिए प्लाटून कमाण्डर, पीएसी एवं अग्निशमन द्वितीय अधिकारी पद के लिए वर्ष 2020-2021 में परीक्षा हुई थी। जिसमें मेरठ शांति कुंज निवासी रोहित कुमार शामिल हुआ था। 27 नवंबर को पहली पाली में छात्रशक्ति इंफो सल्यूशन सेंटर पर परीक्षा हुई थी। जिसमें रोहित कुमार की जगह साल्वर ने बैठ कर परीक्षा दी थी। एग्जाम सेंटर पर फिंगर प्रिंट लिए गए थे। रोहित की तरह अलीगढ़ नगरिया निवासी गौरव कुमार ने भी फार्म भरा था। 13 नवंबर 2023 को जानकीपुरम कॉस्मो फांउडेशन में एग्जाम सेंटर था। जहां गौरव की जगह साल्वर ने परीक्षा दी। इसी तरह बुलंदशहर मचकौली निवासी निर्भय सिंह जादौन ने आगरा सिकंदरा स्थित यश इंफोटेक और एटा निवासी मालती ने आगरा पिलीखोखर हाथरस रोड के एसपीएस इंफोटेक सेंटर पर साल्वर भेज कर परीक्षा पास की थी। लिखित और शारीरिक परीक्षा पास करने के बाद सभी को ट्रेनिंग के लिए चयनित किया गया था। बोर्ड के दफ्तर बुला कर चारों के फिंगर प्रिंट दोबारा से लिए गए। जिनका मिलान पूर्व में लिए गए प्रिंट से कराए जाने के लिए भेजा गया। अलग-अलग समय पर सभी की रिपोर्ट आई। जिसमें पता चला कि रोहित कुमार, मालती, निर्भय और गौरव कुमार के फिंगर प्रिंट मिस्मैच हैं। इस संबंध में प्रशिक्षु दरोगाओं से पूछताछ किए जाने पर साल्वर की मदद से परीक्षा पास किए जाने की पुष्टि हुई। इंस्पेक्टर हुसैनगंज राम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।