लखनऊ। प्रिया सिंह
काशी की धरती को एक बार फिर कलंकित करने की कोशिश की। मामला बीएचयू से जुड़ा हुआ है। क्लास रूम में पढ़ा रहे एक असिस्टेंट प्रोफेसर को कुछ छात्रों ने पहले बाहर निकाला फिर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए छात्रों ने चप्पलों की माला भी पहना दी। घायल प्रोफेसर का इलाज बीएचयू के ट्रामा सेंटर कराया गया। लंका थाना में दोनों पक्षों की ओर से क्रॉस मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को बीएचयू में समाजशास्त्र विभाग के एक असिस्टेंट प्रोफेसर को छात्रों ने जमकर पीटा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्लास रूम में पढ़ा रहे हैं असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज को वहां के वरिष्ठ छात्रों ने पहले बाहर बुलाया फिर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। छात्रों का आरोप था मनोज ने एक वरिष्ठ छात्रा पर अभद्र टिप्पणी करते हुए छेड़खानी की है। बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों ने प्रोफेसर को छात्रों के चंगुल से किसी तरह बचाया। घायल प्रोफेसर का इलाज ट्रामा सेंटर में कराया गया। वहीं प्रोफेसर मनोज ने विभाग के हैं एक प्रोफेसर पर साजिश करने का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों की ओर से लंका थाना में तहरीर दी गई है। जिसके आधार पर क्रॉस एफ आई आर दर्ज हुई है। इसकी पुष्टि लंका थानाध्यक्ष भारत भूषण तिवारी ने भी की। उन्होंने बताया कि तहरीर के आधार पर दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो विभाग के छात्रों ने कुलपति को पत्र लिखकर प्रोफेसर मनोज द्वारा किए गए कमेंट पर कार्यवाई करने और छात्रा को न्याय दिलाने की गुहार लगाई गई है। उधर बताया जा रहा है कि बीएचयू ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट कुलपति को सौपेगी। बीएचयू सूत्रों की मानें तो फेसबुक पर एक छात्रा के पोस्ट पर किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण ही यह पूरा बवाल हुआ है।