नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्रियों को सहजता और सरलता के साथ काम करने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह बैठकें नहीं बल्कि चिंतन शिविर है। प्रधानमंत्री ने अपने सहयोगियों से अमृत महोत्सव वर्ष के लिए सुझाव भी मांगे हैं।
राष्ट्रपति भवन के ऑडिटोरियम में हुई केंद्रीय मंत्रि परिषद की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने अपने प्रस्तुतीकरण दिए हैं। इसमें समय प्रबंधन के साथ-साथ अपने कामों में दक्षता लाने और तेजी से काम करने के गुर दिए गए। शाम पौने चार बजे से लेकर रात लगभग नौ बजे तक चली इस बैठक में विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श किया गया, लेकिन मूल रूप से काम करने की शैली, सहजता और दक्षता पर ज्यादा जोर रहा।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने अपने सहयोगियों को दिवंगत केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर की याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने जिस तरह से सहजता और सरलता के साथ जीवन जिया और काम किया उसका अनुकरण सभी को करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन बैठकों को बैठक के रूप में नहीं, बल्कि चिंतन शिविर के रूप में लेना चाहिए। एक दूसरे के साथ विचारों का आदान-प्रदान हमेशा कीजिए और एक दूसरे के अच्छे कामों से सीखना चाहिए।