नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
कर्नाटक की सत्ता एक बार फिर लिंगायत समुदाय के हाथों में भाजपा ने सौंप दी है। लिंगायत समुदाय से आने वाले बसवराज बोम्मई को येदियुरप्पा का उत्तराधिकारी चुना गया है। बसवराज ने बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।।
भाजपा नेतृत्व ने कर्नाटक के अपने सबसे मजबूत नेता मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा का उत्तराधिकारी बसवराज बोम्मई को बनाया है। बोम्मई भी येदियुरप्पा के ही लिंगायत समुदाय से आते हैं, जो राज्य का सबसे प्रभावी समुदाय माना जाता है। नए मुख्यमंत्री बोम्मई ने बुधवार को सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ली । वहीं येदियुरप्पा के बेटे प्रदेश उपाध्यक्ष वी वाय विजयेंद्र को भी पार्टी अहम भूमिका में ला सकती है। बसवराज 2008 में जद (यू) से भाजपा में आए थे और तब से भाजपा की हर सरकार में मंत्री रहे हैं। भाजपा नेतृत्व अपने मजबूत समर्थक माने जाने वाले लिंगायत समुदाय से ही नेता चुनना चाहता था, हालांकि येदियुरप्पा इस मत के नहीं माने जा रहे थे। भाजपा नेतृत्व ने बसवराज बोम्मई का नाम लेकर ही प्रभारी महासचिव अरुण सिंह व दोनों पर्यवेक्षकों केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व जी किशन रेड्डी को बेंगलुरु भेजा था। इन नेताओं ने बसवराज के नाम पर सहमति बनाई। सूत्रों के अनुसार येदियुरप्पा भी बसवराज के खिलाफ नहीं थे। हालांकि वह लिंगायत समुदाय पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए किसी और लिंगायत को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में ज्यादा नहीं थे, बल्कि वोक्लालिगा और अन्य समुदाय के पक्ष में रहे। हालांकि केंद्रीय नेतृत्व लिंगायत को ही आगे लाना चाहता था।