लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
गोमतीनगर में सोमवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे मुठभेड़ में बांग्लादेशी डकैत हमजा को पुलिस ने मार गिराया। इस मुठभेड़ में तीन सिपाही भी घायल हुए है। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इनकी हालत खतरे से बाहर बतायी गई है। डकैत हमजा पर 50 हजार रुपये इनाम था। 11 अक्तूबर को इसके तीन साथी गोमती नगर पुलिस ने पकड़े थे, तभी हमजा के बारे में कई जानकारियां मिली थी। हमजा को गिरोह का सरगना बताया जा रहा है।
डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने बताया कि इन डकैतों के सहारा फ्लाईओवर के पास होने की सूचना मिली थी। इस पर ही उनकी क्राइम टीम और गोमतीनगर पुलिस वहां पहुंची थी। यहां पांच बदमाश दिखे जो पुलिस को देखते ही फायरिंग करने लगे थे। इस पर पुलिस ने भी गोलियां चलायी। इस फायरिंग में एक बदमाश की मौत हो गई, जबकि उसके चार साथी मौके से भाग निकले। एडीसीपी पूर्वी सै. कासिम आब्दी ने बताया कि इस मुठभेड़ में तीन सिपाही नागेंद्र कुमार, रामनिवास और मुकेश चौधरी घायल हुए हैं। इनके हाथ व पैर में गोली लगी थी। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाश के पास से पिस्टल, बांग्लादेशी मुद्रा, वहां का सिम कार्ड, कई कारतूस बरामद हुए हैं। इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके तिवारी के मुताबिक हमजा ने लखनऊ के अलावा कानपुर, बाराबंकी, हरदोई समेत कई जिलों में वारदातें की है। सात दिन पहले इनके तीन साथी मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार हुए थे। इनमें शामिल रवीउल ने हमजा को गिरोह का सरगना बताते हुए कई जानकारियां दी थी। वर्ष 2017 में गोमतीनगर में ही हमजा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पर, वह जल्दी ही जेल से छूट गया था। जमानत पर बाहर आते ही वह फिर से डकैती करने लगा था। हमजा के फरार साथियों का पता किया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि हमजा अपने साथियों के साथ किसी बड़ी वारदात के इरादे से गोमतीनगर आया था।