लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
मऊ सदर से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को अपनी हत्या की आशंका है। सोमवार को बांदा जेल में वर्चुअल पेशी के दौरान मुख्तार ने यह बात कही। इससे पहले भी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी ने आरोप लगाया था कि उसकी जेल में हत्या की जा सकती है।
सोमवार को बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट की प्रभारी न्यायाधीश मौसमी मधेशिया की कोर्ट में मुख्तार अंसारी की वर्चुअल पेशी थी। एम्बुलेंस के फर्जी पते पर रजिस्ट्रेशन के मामले में हुई सुनवाई के दौरान मुख्तार ने न्यायाधीश के सामने कहा कि उसकी हत्या के लिए पांच करोड़ रुपये की सुपारी दी गई है। उसने हत्या की साजिश में जेल पुलिस के शामिल होने का आरोप लगाते हुए सीसीटीवी फुटेज व गेट बुक तलब करने और अपनी सुरक्षा की मांग की है। इस मामले की अगली सुनवाई 27 अगस्त को होगी। मुख्तार पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान भी अपनी हत्या किए जाने की आशंका कई बार व्यक्त कर चुका है। मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन के मुताबिक बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार ने पेशी के दौरान कहा कि जेल के अंदर पुलिस के साथ कई संदिग्ध लोगों की आवाजाही बढ़ी है। इन लोगों की गेट बुक में एंट्री नहीं की जाती। यही नहीं, ऐसे लोगों के आते-जाते समय कैमरा घुमा दिया जाता है। मुख्तार ने इन लोगों से जान का खतरा बताया है। गौरतलब है कि पंजाब की जेल से मोहाली कोर्ट में मुख्तार अंसारी एम्बुलेंस से गया था। वह एम्बुलेंस बाराबंकी के पते पर पंजीकृत थी। इसको लेकर हड़कम्प मचा तो बाराबंकी जिला प्रशासन ने मामले की जांच की। इस दौरान पाया गया कि मऊ की डॉ. अलका राय के नाम पर बाराबंकी में फर्जी वोटर आईडी बनाकर उक्त एम्बुलेंस का पंजीकरण कराया गया था। इसे लेकर मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमे में एसपी ने सख्त रुख अपनाया और रजिस्ट्रेशन कराने वाली डॉ. अलका राय समेत मुख्तार के कई गुर्गों को जेल भेज दिया गया। आरोपित मुख्तार की वर्चुअल पेशी बांदा जेल से जिले की कोर्ट में चल रही है।