अस्थमा से बच्चों में हो रही है भूलने की बीमारी

अंतरराष्ट्रीय

कैलिफोर्निया। अस्थमा केवल सांस की बीमारी नहीं है, यह दिमाग के उस हिस्से पर असर डालता है जो स्मरण शक्ति के लिए अहम है। इस बीमारी से पीड़ित बच्चों की याददाश्त कमजोर हो रही है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में किए गए हालिया अध्ययन में यह दावा किया गया है। दुनिया भर में हर साल 2,50,000 लोगों की जान इस बीमारी की वजह से चली जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार अस्थमा की बीमारी मस्तिष्क के कार्यों को काफी हद तक बाधित भी कर सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, बच्चों पर इस तरह का यह पहला अध्ययन है। 2000 से अधिक बच्चों पर किए गए इस शोध के नतीजे जामा ओपन नेटवर्क में प्रकाशित किए गए हैं। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सिमोना घेट्टी ने कहा, ‘इस अध्ययन से यह बात सामने आई कि बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर होने के पीछे उनकी अस्थमा की बीमारी कारण है।’ उन्होंने आगे बताया, ‘न केवल अस्थमा बल्कि अन्य गंभीर बीमारियां भी बच्चों की दिमागी क्षमता पर असर डालती है। हमें उन तथ्यों की खोज करनी होगी जो इन जोखिमों से बच्चों का बचाव कर सके।’ अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 2000 से अधिक बच्चों के आंकड़ों का विश्लेषण किया। इनकी उम्र नौ-10 साल के बीच की है। प्रमुख शोधकर्ता क्रिस्टोफर हायस ने कहा, ‘बचपन में याददाश्त की क्षमता तेजी से विकसित होती है।’उनकी टीम ने कहा कि अस्थमा से पीड़ित बच्चों को अनुभवों और भावनाओं से जुड़ी बातें याद नहीं रहतीं। दो सालों तक शोधकर्ताओं ने अस्थमा से पीड़ित बच्चों की निगरानी की। समय के साथ इनकी स्मरण शक्ति का विकास धीमा देखा गया। शोधकर्ताओं के दल ने कहा कि बचपन में स्मरण शक्ति का धीमा विकास, आगे चलकर दिमागी बीमारी में बदल जाता है। वयस्क और बुजुर्गों में अस्थमा से डिमेंशिया और अल्जाइमर का जोखिम होता है। क्रिस्टोफर हायस ने कहा, ‘बचपन का अस्थमा रोग बड़े होने पर डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। अस्थमा के कारण दिमाग तक ऑक्सीजन कम मात्रा में पहुंचता है, जिससे दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान होता है। साथ ही मरीज को नींद में परेशानी होती है। अनियमित नींद से दिमाग की कार्यप्रणाली पर असर होता है। प्रयोगशाला में चूहे पर अस्थमा की दवा का इस्तेमाल किया गया। इसमें पता चला कि दवा का असर दिमाग के उस हिस्से (हिप्पोकैम्पस) पर हुआ जो स्मरण की क्षमता में अहम भूमिका निभाता है। अध्ययन के नतीजे जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित किए गए।

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