कोलंबो।
श्रीलंका के हैटन में भारत-निर्मित 155 नए आवास बागान श्रमिकों को सौंपे दिए गए हैं। इन आवासों का निर्माण श्रीलंका में भारतीय आवास परियोजना के तहत किया गया है।
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और श्रीलंका में भारत उच्चायुक्त तरनजीत सिंह संधू ने संयुक्त रूप से लाभार्थियों को आवास के प्रमाणपत्र सौंपे। इस अवसर पर हिल कंट्री न्यू विलेजेज, आधारभूत संरचना और सामुदायिक विकास मंत्री पलानी दिगंबरम भी मौजूद थे। कोलंबो पेज के रिपोर्ट के अनुसार नई आवास परियोजना के लिए 13 करोड़ 50 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। प्रत्येक आवास का निर्माण सात एकड़ की भूमि में किया गया है जिसमें सभी बुनियादी सुविधाएं दी गई हैं। इन आवासों का निर्माण ग्रीन विलेजेज कॉन्सेप्ट के तहत किया गया है।
उच्चायुक्त ने नए आवास पाने वाले लाभार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका में 50 अरब अमेरिकी डॉलर के अनुदान की यह भारतीय आवास परियोजना अभी तक किसी भी देश में सबसे बड़ी भारतीय अनुदान सहायता परियोजना है। उन्होंने कहा कि कुल 63,000 आवासों में से 47,000 का निर्माण हो चुका है। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की सरकार और जनता ने श्रीलंका के लोगों की शांति और समृद्धि की तरफ आगे बढ़ने की यात्रा में शामिल होने की अपनी प्रतिबद्धता निभाई है।